जौनपुर। जिलाधिकारी अरविंद मलप्पा बंगारी ने गुरुवार को मत्स्य प्रक्षेत्र गूजरताल का निरीक्षण किया। गूजरताल के विशालकाय जलक्षेत्र को देख उन्होंने ने जलसंचयन के लिए सबसे उपयुक्त जगह माना। और सीडीओ से बातकर अधिकारियों को आवश्यक दिशा निर्देश दिया।
सायं साढ़े चार बजे डीएम के अचानक गूजरताल पर आने की सूचना से शाहगंज ब्लाक के अधिकारियों व कर्मचारियों में हड़कंप मच गया। तबतक कुछ अधिकारी ब्लाक से घर के लिए निकल चुके थे। लेकिन डीएम के आने की सूचना मिलते ही ब्लाक के अधिकारी आधे रास्ते से वापस ब्लाक पर लौट आये। तभी पौने छह बजे जिलाधिकारी अरविंद मलप्पा बंगारी, सीडीओ गौरव वर्मा और एसडीएम राजेश कुमार वर्मा पहुंच आये। डीएम संग सभी अधिकारी सीधे गूजरताल पर पहुंचे।
गूजरताल के जल क्षेत्र के किनारे पहुंच कर वह वहां का नजारा देख प्रभावित हो उठे। 88.8 हेक्टेयर में फैले जलक्षेत्र के बारे में उन्होंने मुख्य कार्यकारी अधिकारी आरके श्रीवास्तव से जलक्षेत्र के बारे में जानकारी लिया। इसके अलावा बंद पड़ी हैचरी व मत्स्य बीज प्रजनन और इसके वितरण के बारे में जानकारी ली। गर्मी के महीने में गूजरताल में पानी आने के स्रोत के बारे में पूछने पर लोगों ने बताया कि शारदा सहायक नहर का पानी इसमें आता है। इस ताल में हमेशा पानी का संचय रहता है। गूजरताल तक जाने के लिए बंधे पर लगा खडंजा उखड़ा देख सीडीओ अनुराग वर्मा ने बीडीओ अनुराग राय से ठीक कराने को कहा। एसडीएम राजेश कुमार वर्मा ने गूजरताल के किनारे अतिक्रमण किए लोगों के विरुद्ध कार्रवाई करने की बात कही।
निरीक्षण के बाद लौटते समय जिलाधिकारी अरविंद मलप्पा बंगरी बच्चों को मछली पकड़ते देख बच्चों के पास रुक गये। बच्चों ने कटिया से दो छोटी छोटी मछली पकड़ रखी थी। उन्होंने ने बच्चों से उन दो छोटी छोटी मछलियों के नाम पूछा। बच्चे भी उनके साथ घुलमिल गये। और बच्चों ने उन मछलियों का नाम बताया।