केंद्र सरकार की पहल पर राज्य सरकार प्रदेश के प्रत्येक जिले को खुले में शौच से मुक्त बनाने में गम्भीरता से जुटी हुई है। भदोही जनपद के कई गांव खुले में शौच मुक्त किये जा चुके हैं तो नगर पंचायत के वार्डों को भी शौचालय निर्माण कराकर ओडीएफ किया जा रहा है। 2 अक्टूबर तक जनपद ओडीएफ करने के अल्टीमेटम के बाद जिला प्रशासन कर्मचारियों पर लगातार शिकंजा कसता दिख रहा है। शनिवार से जिलाधिकारी भी अफसरों के साथ गांवों में शौचालय निर्माण कार्य की प्रगति व मानक गुणवत्ता की बारीकी से रूबरू होने के लिए कूद पड़े। तीन दिनी निरीक्षण कार्यक्रम में वे प्रत्येक ब्लॉक से 4 से 5 गांवों का निरीक्षण कर निर्मित व निर्माणाधीन शौचालय की गुणवत्ता व मानक परख रहे हैं। रविवार दोपहर बाद डीएम राजेन्द्र प्रसाद ने डीघ ब्लॉक क्षेत्र के क्रमशः ग्राम पंचायत महुआरी सरायजगदीश जंगलपुर व खानापुर का निरीक्षण किया।
सर्वप्रथम जिलाधिकारी राजेंद्र प्रसाद महुआरी व सरायजगदीश गांव पहुंचे। स्वच्छ व मानक के साथ बने शौचालयों को देख उन्होंने प्रधान व सचिव सहित ग्रामीणों की तारीफ की। लोगों से बात करने के दौरान जागरूकता देख खुश हुए। जानकारी ली तो पता चला कि सरायजगदीश में 427 शौचालय का धन आया था जिसमें से अब केवल 15 शौचालय ही बनाने को रह गए हैं। 400 से ज्यादा शौचालय बनवाने पर जिलाधिकारी ने प्रधान श्यामा देवी के प्रतिनिधि धनन्जय मिश्रा की तारीफ की।
वहीं महुआरी गाँव में 227 शौचालय बनाने के लिए धन आवंटित हुआ था। अपात्रों व भूमिहीनों को छोड़कर सभी लाभार्थियों के शौचालय पूर्ण हो गए हैं। सचिव संजय सिंह चौहान ने बताया कि 100 शौचालय का धन उक्त ग्राम पंचायत जिला प्रशासन को वापस कर रही है। शौचालयों की अच्छी स्थिति देख डीएम ने ग्राम प्रधान उषा शशि मिश्रा सहित सचिव की सराहना की।
वहीं खानापुर व जंगलपुर में कुछ शौचालयों में उन्होंने मामूली कमियां पाई जिसे सुधारने का निर्देश सचिव एवं प्रधान को दिया।
इस दौरान सीडीओ हरिशंकर सिंह डीपीआरओ बालेशधर दुबे बीडीओ आजम अली एडीओ पंचायत अजय पाण्डेय डीपीसी सरोज पाण्डेय बीसी राजेश गुप्ता सर्वजीत यादव सहित ग्रामीण मौजूद रहे।