धड़ल्ले से जोड़े जा रहे हैं अवैध नल
डोंबिवली डोम्बिवली में एक तरफ २७ गांव के नागरिक भीषण पानी समस्या से जुझ रहे है तो दूसरी तरफ महाराष्ट्र औद्योगिक विकास महामंडल के नाक के नीचे से मोटी पाईपलाइन से बेखौफ लाखों लीटर पानी चोरी का प्रकार सामने आया है। कल्याण शिलफाटा रोड, बदलापूर पाईपलाईन रोड व काटई टोलनाका के परिसर हायवे बगल कार सर्विस सेंटर, ढाबे, जीन्स कारखाना, हॉटेल और कारखाने वाले अनधिकृत नल जोड़कर पानी चोरी करते है। एमआईडीसी अधिकारी और पानी चोरों की मिलीभगत से हर दिन लाखों लीटर पानी चुराया जाता है। यह कार्य किसके संरक्षण में किया जा रहा है, ऐसा सवाल लोगों ने उठाना शुरू कर दिया है।
बता दें कि भीषण गर्मी के मौसम में २७ गांव की जनता को पीने के पानी की किल्लत बड़े पैमाने पर हो रही है। मुंबई, ठाणे के साथ अनेक भागों में पानी सप्लाई करने वाली औद्योगिक विभाग एमआयडीसी प्रशासन की तरफ से हर दिन ७८० एमएलडी पानी वितरण हरदिन किया जाता है। बदलापुर हाईवे के दोनों तरफ बड़ी पाइपलाइन है, लेकिन बढ़ती लोकसंख्या के कारण पानी की मांग बढ़ गयी है। यहां पानी चोरी भी बड़े पैमाने में होती है। चोरी की पानी २०% इस्तेमाल करते है और ८०% पानी बरबाद करते है। कार-बाइक सर्विस सेंटर , ईंट भट्टी, जीन्स कारखाना, चाल बांधकाम, बनाए गए चाल में अवैध टैब मारकर बिंदास पानी चोरी की जाती है। ये पानी चोरी का प्रकार रोका जाए ऐसी मांग स्थानीय भूमिपुत्र कर रहे है। एमआईडीसी प्रशासन के नाक नीचे से पानी चोरी का प्रकार होने से जरूरतमंद और टैक्स भरने वाली ईमानदार जनता को प्यासा रहना पड़ रहा है, एमआईडीसी प्रशासन इन चोरों को रोकने में असफल साबित हुई है, ऐसा आरोप शिवसेना पदाधिकारी नेताजी पाटिल ने किया है। नेताजी पाटील का कहने के अनुसार पानी चोरी को लेकर मंत्रालय में कई बार बैठक हुई, लेकिन एमआयडीसी के कानून में पानी चोरी के खिलाफ सजा देने की हिम्मत नहीं है। हररोज ७८० से ८०० एमएलडी पानी का वितरण करने की जवाबदारी एमआयडीसी प्रशासन के कानून में पानी चोरो कोई सजा नहीं देने की तरतूद होने के कारण पानी चोरी के खिलाफ एमआयडीसी अधिकारी कारवाई तो कर सकते है लेकिन उन्हें कोई सजा नही दिला सकते है। इसलिए चोर निडर होकर पानी चोरी करते है। पानी चोरी के खिलाफ एमआईडीसी के अधिकारियों ने मुहिम तीव्र किया और चोरी के कनेक्शन तोडने की कारवाई की, पिछले साल कम से कम १०० से ज्यादा चोरी के कनेक्शन तोड़ने का काम किया गया था, लेकिन अधिकारियों के वापस जाते ही फिर से एक नया कनेक्शन होता है ऐसा गांववालों का कहना है।
एमआयडीसी के पाईपलाइन बारवी धरण से होकर नेवाली नाका, बदलापूर, अंबरनाथ, खोनी गाव से कल्याण- शिलफाटा काटई नाका से लोंढामार्ग से आगे की तरफ गया है। इस पाईपलाइन मे २४ घंटे पानी भरा रहता है। अंबरनाथ से शिलफाटा लगभग १० किलोमीटर के परिसर मे अनेक “कार सर्विस सेंटर” है , इस जगह सेंटर के मालिक बिंदास पाईपलाईन मे अवैध नल जोड़कर कार धोकर अपना जेब गरम करते है। गांव वालों का कहना है कि बदलापुर पाईप लाईन रोड व काटई टोलनाका परिसर में बहुतांश “कार सर्विस सेंटर” ये सत्ताधारी पार्टी के एक कार्यकर्ता चलाते है।