किसी घटना के बाद राजनीतिक लोगों के अजीबो गरीब बयान सुनने को मिलते रहते हैं, लेकिन जब यहीं बयान संविधान की कसम खाने वाला व्यक्ति देता है तो आम जनता की बुद्धि पर तरस आता है कि कैसे कैसे लोगों को चुनकर संसद औ विधानसभा में भेज दिया जाता है। अब बागपत जेल में पूर्वांचल के माफिया डान मुन्ना बजरंगी की हत्या के बाद भाजपा के एक विधायक ने जो बयान दिया है, उससे बजरंगी की हत्या का खुलाशा हो चुका है और योगी सरकार को चाहिये कि अपने इस विधायक की भावनाओं का सम्मान करते हुये हत्या की फाइल बंद कर देनी चाहिये। यहीं नहीं बल्कि गोली मारने वाले आरोपी को सार्वजनिक रूप से सम्मानित भी करना चाहिये। जी हीं! क्योंकि विधायक के अनुसार उसने ईश्वर के आदेश का पालन किया है।
चौंकिये मत! यह विधायक बलिया जिले से हैं और इनका नाम है सुरेन्द्र सिंह। विधायक जी बयान बहादुर के नाम से भी जाने जाते हैं। विधायक जी का कहना है कि डान बजरंगी की हत्या ईश्वर ने करवाई है। देश का संविधान उसकी हत्या में बाधक बना था इसलिये ईश्वर ने यह काम अपने हाथ में लिया और डान की हत्या कराने में सफल भी हो गये।
बता दें कि मुन्ना बजरंगी की पोस्टमार्टम रिपोर्ट में सात गोलियां मारे जाने की बात सामने आयी है। पुलिस अधीक्षक जय प्रकाश ने मीडिया को बताया कि उसके शरीर पर सात गोलियां लगीं थीं। सिर का दायां हिस्सा गोलियां लगने से बाहर निकल आया था। बताया कि पुलिस ने गटर साफ कराकर उसमें से घटना में प्रयुक्त पिस्तौल, दो मैगजीन और 22 कारतूस बरामद कर लिये हैं। जय प्रकाश ने बताया कि आरोपी हमलावर सुनील राठी को न्यायालय से रिमांड पर लेकर उससे पूछताछ की जा रही है। उन्होंने कहा कि हत्या की वजह अभी तक स्पष्ट नहीं हो सकी है। उन्होंने हालांकि कहा कि सुपारी को लेकर सुनील और मुन्ना की बहस हुई थी इसके बाद सुनील ने उसकी हत्या कर दी।
खैर यह तो योगी सरकार के कानून का पालन करने वालों का कहना है, लेकिन उनके सहयोगी विधायकों को कानून पर भगवान पर ही भरोसा है। यूपी के बैरिया से बीजेपी के विधायक सुरेंद्र सिंह ने बलात्कार की बढ़ती घटनाओं पर इससे पहले कहा था कि भगवान राम भी आ जाएंगे तो इन घटनाओं (रेप) पर नियंत्रण कर पाना संभव नहीं है। यह सामाज का स्वाभाविक प्रदूषण है, जिससे कोई भी वंचित नहीं रहने वाला है। विधायक ने कहा था कि सभी को अपनी बहन समझने के धर्म का पालन करना चाहिए। विधायक जी ने तब संविधान नहीं संस्कार को सर्वोपरि बताकर बोलाा था कि अधिकारियों से अच्छा चरित्र तो वैश्याओं का होता है।
विधायक जी कई बार विवादित बयान दे चुके हैं। 2019 के चुनाव को लेकर उन्होंने बयान दिया था कि आगामी लोकसभा चुनाव में संस्कृतियों की लड़ाई होगी और यह धर्मयुद्ध होगा। चुनाव को महाभारत की लड़ाई बताते हुये भाजपा को पांडव तो विपक्ष को कौरव बोला था। विधायक जी ने मोदी जी को अर्जुन की संज्ञा दी थी।
सोचने वाली बात है कि एक तरफ प्रदेश में बढ़ रहे अपराध और जेल में हुई हत्या पर विपक्ष मुद्दा बना रहा है तो दूसरी तरफ विधायक जी सबकुछ ईश्वर को दोष देकर संविधान और कानून को दरकिनार कर दे रहे हैं। अब विधायक जी तो सरकार के ही अंग हैं फिर इस घटना का खुलाशा कर ही दिये हैं तो योगी सरकार को चाहिये कि विधायक जी की बातों का संज्ञान लेकर सारी फाइल बंद करा दें। आखिर अब भगवान के उपर मुकदमा तो चलाया नहीं जा सकता है।
मुन्ना बजरंगी की हत्या के बाद इन माफियाओं के दिलों दिमाग में छाया खौफ by हरिवंश सिंह “हरीश”
मुन्ना बजरंगी की हत्या के बाद इन माफियाओं के दिलों दिमाग में छाया खौफ