Home खास खबर माफिया और बाहरी प्रतिनिधियों से विकास की उम्मीद नहीं: रंगनाथ मिश्र

माफिया और बाहरी प्रतिनिधियों से विकास की उम्मीद नहीं: रंगनाथ मिश्र

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भदोही को विकास पथ पर लाने की भोगनी पड़ी सजा
फर्जी मुकदमें में फंसाकर परिवार को किया गया प्रताड़ित

भदोही। उत्तरप्रदेश सरकार में पूर्व गृह मंत्री सहित कई मंत्रालयों को संभाल चुके रंगनाथ मिश्रा को प्रयागराज एमपी एमएलए कोर्ट ने आय से अधिक सम्पत्ति के आरोप से बाइज्जत बरी कर दिया है। शुक्रवार को ज्ञानपुर में हुई प्रेस वार्ता में श्री मिश्र ने विधायक विजय मिश्रा पर गंभीर आरोप लगाते हुये उन्हें दुर्दान्त अपराधी बताया और कहा कि पुलिस से मिलीभगत करके उन्हें फर्जी मामले में फंसाया गया था।

श्री मिश्र ने कहा कि उन्होंने 20 साल विधायक रहते हुये भदोही को विकास के पथ पर अग्रसर किया। सरकार की कई योजनायें जनपद में लायी। भदोही को जिला का दर्जा दिलाने के लिये संघर्ष किया, लेकिन उन्हें जिले को विकास पथ पर लाने की सजा मिली। फर्जी मुकदमें में फंसाकर उन्हें और उनके परिवार को लगातार प्रताड़ित किया गया। कहा उन्होंने पिछले दस साल तक जो मानसिक यंत्रणा झेली है। उसकी कल्पना से ही सिहर जाते है। कहा पहली बार अहसास हुआ कि जब माफिया नेता और पुलिस मिल जाते हैं तो किसी की भी जिंदगी बर्बाद कर सकते हैं। श्री मिश्रा ने कहा कि बिना किसी साक्ष्य के उनके उपर मुकदमा दर्ज किया गया और लगातार दो दिन तक उनके घर की तलाशी ली गयी। उनकी विकासवादी छवि को खराब करने के लिये भ्रष्टाचार का आरोप लगाकर माहौल बनाया गया।

उन्होने पूर्व विजिलेंस अधिकारी ओ पी दीक्षित पर गंभीर आरोप लगाते हुये कहा कि विजय मिश्रा के कहने पर उनके उपर झूठा मुकदमा दर्ज किया गया और एक ऐसे इंस्पेक्टर योगेन्द्र राय को विवेचना दी गयी जिसके उपर हत्या का आरोप था और वह फरार था। कहा जिस समय न्यायालय द्वारा उक्त पुलिसकर्मी के खिलाफ कोर्ट ने गैरजमानती वारन्ट जारी किया था। उसे ही विवेचना देकर दबाव डाला गया कि वह फर्जी मामले लगाकर मुझे जेल भेजे। श्री मिश्रा ने कहा कि मैं कोई अपराधी नहीं था। 1978 से संगठन के कई पदों पर रहा। 2012 तक उनके उपर मामुली सी धाराओं में भी कोई मुकदमा दर्ज नहीं हुआ था। मैं साफ सुथरी राजनीति करने का हमेशा पक्षधर रहा किन्तु फर्जी मामला दर्ज कर मुझे जेल भेज दिया गया।

बताया कि उन्हें 800 किलोमीटर मेरठ जेल में रखा गया और वहां से ट्रक में बैठाकर कोर्ट लाया जाता था। उन्होंने उच्च न्यायालय लखनउ बेंच को धन्यवाद देते हुये कहा कि कोर्ट ने जब सरकार को फटकार लगायी तो उन्हें लखनउ जेल सिप्ट किया गया। श्री मिश्रा ने कहा कि जब लोगों को छ: घंटे बिजली मिलती थी। जब उन्होने उर्जा मंत्री रहते हुये भदोही को 24 घंटे बिजली दी। कहा 1993 में जब मुलायम सिंह की सरकार थी तब दो दिन विधानसभा में बहस करके भदोही को जिला घोषित कराया। फिर सरपतहां में मुख्यालय बनवाया। कहा बालिका डिग्री कालेज, आईआईटी जैसे कई महत्वपूण कार्य जिले में हुये, लेकिन जबसे भदोही में बाहरियों और माफियाओं का कब्जा हुआ तबसे विकास कार्य बंद हो गये। कहा बाहरी और माफिया कभी जिले का विकास नहीं कर सकते इसलिये भदोही की जनता को चाहिये कि वे अपने जिले के प्रतिनिधि को चुने।

विजय मिश्रा को बताया दुर्दान्त अपराधी और योगी की किया तारीफ

पूर्व मंत्री रंगनाथ मिश्रा ने यूपी सीएम योगी आदित्यनाथ की तारीफ करते हुये कहा कि जबसे योगी ने प्रदेश की कमान संभाली है। तबसे माफियाओं पर अंकुश लगा है। प्रदेश में अपराध कम हुये हैं। कहा विजय जैसे दुर्दान्त अपराधी ने लोगों की जमीन हड़पने, हत्या करने , लूट और छिनैती, बलात्कार करने जैसे कई अपराध किये। जिले के विकास को अवरूद्ध करके भदोही को लूट खसोट का अड्डा बना दिया। लेकिन अब वह अपनी सही जगह पहुंच गया है। कहा देश और समाज तभी सुरक्षित रहेगा। जब अपराधी जेल में होंगे।

सांसद और विधायकों पर साधा निशाना

पूर्व मंत्री रंगनाथ मिश्रा ने भदोही सांसद और विधायकों पर भी निशाना साधा। कहा भदोही का दुर्भाग्य है कि उसे रमेश बिंद जैसे सांसद और दीनानाथ भाष्कर जैसे विधायक मिले हैं। जिन्हें विकास से कोई लेना देना नहीं है। हालांकि उन्होंने भदोही विधायक रवीन्द्रनाथ त्रिपाठी का नाम नहीं लिया किन्तु कहा कि पड़ोसी जनपद वाराणसी से सांसद हुये नरेन्द्र मोदी आज प्रधानमंत्री है। यदि उन्हें भदोही की जनता ने 2019 में उन्हें संसद में भेजा होता तो आज भदोही का विकास वाराणसी से कम नहीं होता, लेकिन यहां के सांसद विधायक ठेकेदारी में ही व्यस्त हैं। सड़क , खड़ंजा और हैण्डपंप को ही विकास समझते हैं।

मौका मिला तो एक महीने में बनेगा जिला अस्पताल

पूर्व मंत्री रंगनाथ मिश्रा ने कहा कि 2008 में उन्होने ज्ञानपुर जिला मुख्यालय पर जिला अस्पताल की नींव रखी थी। जिसके लिये 8 करोड़ रूपये भी स्वीकृत करा दिया। किन्तु 2012 में सरकार बदलते ही अस्पताल भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ गया। जबकि सरकार को चाहिये जांच कराकर दोषी लोगों को जेल भेजे और अस्पताल पूर्ण कराये। कहा कोरोना काल में कितने लोग आक्सीजन और डाक्टर के अभाव में मर गये। इसकी जिम्मेदारी कौन लेगा। कहा उन्हें मौका मिला तो एक महीने के अंदर अस्पताल बनकर तैयार हो जायेगा। श्री मिश्र ने यह भी कहा कि पहले तो बंद पड़ी चीनी मिल को शुरू कराया जायेगा। यदि ऐसा नहीं हुआ तो वहीं पर एम्स की स्थापना होगी। कहा में मंत्री कार्यकाल में शुरू हुई एक दर्जन से अधिक विकास योजनायें बंद पड़ी हैं। जिसका खामियाजा आम जनता को भुगतना पड़ रहा है।

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