बाढ़ पीड़ितों की सहायता के लिये नगर सेवक ने लिया ऐतिहासिक निर्णय
मुंबई। महाराष्ट्र में इन दिनों गणेश पूजा की धूम मची हुई है। मुंबई भी भागवान गणेश के जयकारों से गुंजायमान है। श्री गणेश को अर्पित करने के लिये श्रद्धालु नैवेद्यत्र माला-फूल आदि पूजन सामग्री लेकर दर्शन के लिये पंडालों में उमड़ रहे हैं। वहीं पर मुंबई से सटे उपनगर उल्हासनगर में स्थित गणेश पूजा पंडाल में माला-फूल नहीं बल्कि शिक्षा सामग्री अर्पित करने की गुजारिश नगरसेवक द्वारा की गयी है।
बता दें कि संभाजी चौक उल्हासनगर 4 के दगडी शाखा के शिवसेना नगर सेवक रमेश चव्हाण एंव जय महाराष्ट्र मित्रमंडल के सौजन्य से दगडी शाखा में पिछले 33 वर्षो से गणेशउत्सव का आयोजन बडी धूमधाम से होता आ रहा है। 34वें वर्ष गणेश उत्सव का आयोजन बडी ही शांति पूर्वक तरीके से किया जा रहा हैं। लेकिन इस बार गणेश उत्सव मानव सेवा की अद्भुत मिसाल भी प्रस्तुत कर रहा है।
प्रकृति की मार और भारी वर्षा के कारण महाराष्ट्र के कोल्हापुर, सांगली, सातारा में भीषण बाढ़ से ग्रसित वहा के लोगों की स्थिति बडी दयनीय हो गयी हैं। हालांकि बाढ़ पीड़ितों का दुख दर्द मिटाया तो नहीं जा सकता। किन्तु बाढ़ पीड़ितों की किसी भी तरीके की मदद करके उनका दुख-दर्द बांटा जा सकता है। ऐसा उल्हासनगर 4के शिवसेना नगर सेवक (गटनेता)उ.म.पा रमेश चव्हाण नें संकल्प लिया हैं।
बताते चलें कि शिवसेना के सबके चहेते नेता रमेश चव्हाण पिछले 35 वर्षो से लगातार नगरसेवक रहें। अपने वार्ड की हर समस्या एवं आम जन नागरिकों की किसी भी तरह की समस्या को प्राथमिकता देते हुऐ हर कार्य जिम्मेदारी पूर्वक निभाते हैं। शिवसेना नगर सेवक (गटनेता उ.म.पा) रमेश चव्हाण के नेतृत्व में इनके वार्ड में हर त्यौहार कृष्ण जन्माष्टमी, गणेश उत्सव, नवरात्र में गरबा वगैरह को बडी धूम-धाम से मनाया जाता है।
चूंकि महाराष्ट्र में हुऐ भीषण बाढ़ के कारण शिवसेना नगर सेवक रमेश चव्हाण ने गणेश उत्सव के आयोजन में लगने वाले और इकट्ठे होने वाले पैसे बाढ़ पीड़ितों के मदत के लिऐ उपयोग किये जाएंगे। इसबार दही हांडी का आयोजन और कार्यक्रम भी नहीं हुआ। उसमें भी जो पैसे इकट्ठे हुऐ वे आने वाले नवरात्र में कोल्हापुर के बाढ़ पीड़ितों के मदद के लिए जाएंगे और साथ ही शिवसेना नगर सेवक एंव जय महाराष्ट्र मित्र मंडल की तरफ से इस गणेश उत्सव में गणेश दर्शन के लिऐ आने वाले गणेश भक्तो एंव आम नागरिकों से अपील की हैं, के गणपति दर्शन के लिऐ आप सभी लोग नारियल, हार फूल यां कोई चढ़ावा ना लाए बल्कि हर एक व्यक्ति एक नोट बुक और पेंसिल ले आए ताकि बाढ़ पीड़ितों में जो विद्यार्थी बच्चें हैं उनको शिक्षा की सामग्री भेंट कर एक नया आदर्श पेश करें। यह लक्ष्य एक हजार विद्यार्थियों के लिये रखा गया है।इसबार गणेश विसर्जन का आयोजन एंव कार्यक्रम भी शांति पूर्वक ही निकाला जाएगा।