सायकिलिस्ट गोविन्द यादव सहित पांच लोगों को मिला पर्यावरण मित्र सम्मान
भदोही। सामाजिक संस्था हमार पूर्वांचल द्वारा सोमवार को रजपुरा में आयोजित एक कार्यक्रम में पर्यावरण संरक्षण के प्रति लोगों में जागरूकता पैदा करने के लिये वाराणसी से दिल्ली होते हुये 2700 किलोमीटर की यात्रा पूरी कर महाराष्ट्र के पूना में स्थित शिवनेरी किले में मराठा सम्राट शिवाजी को गंगाजल चढ़ाने वाले सायकिलिस्ट गोविन्द यादव सहित पांच लोगों को अंगवस्त्रम व सम्मान पत्र देकर सम्मानित किया गया।
इस मौके पर कार्यक्रम के मुख्य अतिथि डा. आरके पटेल ने कहा कि जीवन को सव्स्थ व सुखी रखने के लिये पर्यावरण संरक्षण अति आवश्यक है। यदि धरा पर पेड़ नहीं होंगे तो प्राकृतिक संतुलन बिगड़ जायेगा जो मानव जीवन के लिये खतरनाक साबित होगा। वहीं कार्यक्रम के विशिष्ट अतिथि डा. वीके दूबे ने कहा कि जिस तरह पेड़ों की अंधाधुंध कटाई हो रही है। वह आने वाली पीढ़ी के लिये खतरनाक है। पेड़ लगाने के साथ पेड़ो का संरक्षण भी आवश्यक है। अतिथियों ने पर्यावरण संरक्षण के प्रति लोगों में जागरूकता पैदा करने के लिये एक नई पहल एक नई कोशिस के संस्थापक कृष्णा यादव, पर्यावरण प्रेमी और जगह जगह हजारों पौधे लगा चुके ज्ञानपुर तहसीलदार देवेन्द्र यादव, पर्यावरण प्रेमी श्याम यादव व पेड़ धरा का गहना है, पेड़ लगाते रहना है गीत गाकर लोगों का उत्साहवर्धन करने के लिये गायक राजेश परदेशी को सम्मान पत्र देकर सम्मानित किया। कार्यक्रम के अध्यक्ष रमेश शुक्ला ने युवाओं के पहल की सराहना की तथा सामाजिक कार्यकर्ता गोपीनाथ खत्री को भी सम्मान पत्र देकर सम्मानित किया। संचालन कार्यक्रम के आयोजक हरीश सिंह ने किया।
इस मौके पर प्रकाश गिरी, विरेन्द्र दूबे, विधानचन्द्र यादव, कमलेश श्रीवास्तव ने अतिथियों को अंगवस्त्र देकर स्वागत किया। इस दौरान पंकज उपाध्याय, सर्वेश राय, अखिलेश पाल, राजेश जासवाल, लक्ष्मीशंकर पाण्डेय सहित काफी लोग मौजूद रहे।