Home भदोही पशु तस्करी रोकने में नाकामयाब हो रहे भदोही के फर्जी सिंघम

पशु तस्करी रोकने में नाकामयाब हो रहे भदोही के फर्जी सिंघम

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योगी सरकार भले ही पशु तस्करी पर लगाम लगाने के लिये प्रतिबद्ध हो किन्तु सरकार के नुमाइन्दे सरकार की मंशा पर पानी फेरने से बाज नहीं आ रहे हैं। योगी सरकार में कोई ऐसा सिंघम तो है नहीं कि वह पलक झपकते ही तस्करों को उनके अंजाम तक पहुंचा दे किन्तु पीत पत्रकारिता के चलते फर्जी सिंघम बनकर वाहवाही लूटने वाले औराई कोतवाल भी पशु तस्करों पर लगाम लगाने में नाकामयाब हो रहे हैं।

बता दें कि औराई जीटी रोड पर बड़ें पैमाने पर पशु तस्करी होती है। पशुओं को अवैध तरीके से लेकर जाने वाले वाहनों की आवाजाही सुबह 3 बजे से 5 तक होती है। देखा जाता है कि लालानगर टोल टैक्स से औराई थाना की सीमा तक पशुओं से लटी ट्रकों को हरी झंडी दिखाने वाले औराई थाने के सिपाही ही होते हैं जो फर्जी सिंघम के इशारे पर ही काम करते हैं।

क्षेत्र में तेजी से हो रही चर्चाओं की मानें तो क्षेत्र में हो रही वसूली का काम कथित सिंघम का खास कारखास करता है जो सोनभद्र जिले से ही उनके साथ रहता है। जन चर्चाओं की मानें तो सभी अवैध कार्यों के मामले को निपटाने का काम यहीं कारखास करता है। यहीं नहीं कोतवाल साहब सुनील दत्त दूबे को कुछ कथित पत्रकारों को पटाकर सिंघम घोषित करने की जिम्मेदारी इसी कारखास ने उठायी थी।

कौन है शमशेर सिंह

हालांकि कथित सिंघम के भौकाल का खौफ इतना है कि कोई सीधे बोलना नहीं चाहता किन्तु औराई में व्याप्त चर्चाओं की मानें तो शमशेर सिंह नामक यह कारखास तभी से सुनील दत्त के साथ है जव वह सोनभद्र में रहे। सोनभद्र के बाद वह भदोही आया और जिस थाने में कोतवाल की तैनाती रही उसी थाने में शमशेर का भी ट्रान्सफर होता रहा। हालांकि इस बात में कितनी सच्चाई है यह नहीं कहा जा सकता किन्तु इस चर्चाओं में यदि सच्चाई है तो कथित सिंघम की कितनी बड़ी सेटिंग उच्च अधिकारियों से है जो अपने मन मुताबिक काम करा लेता है।

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