रिपोर्ट-रामलाल साहनी
वन्य जीव अधिनियम एक्ट 1972की धारा 51 की उड़ाई जा रही है धज्जियां
विंध्याचल(मिर्जापुर)- विंध्य पर्वत के उत्तर दिशा माँ गंगा की अरावली गोद में विद्यमान मां विंध्यवासिनी पावन नगरी दर्शनार्थ हेतु आने वाले यात्रियों एवं श्रद्धालुओं के लिए आस्था और विश्वास का प्रमुख केंद्र रहा है। तो वहीं सूत्रों की माने तो विंध्याचल क्षेत्र के कुछ स्थानीय लोगों में दस जनवरी को होने वाले आगामी अंतर्जनपदीय बुलबुल दंगल प्रतियोगिता तैयारी तेज होने से अन्य जनपदों से अच्छे एवं दुर्लभ नस्ल के बुलबुल पक्षियों की खरीद बिक्री तेज होने के साथ लाखों रुपए के बुलबुल अभी तक खरीदे जा चुके हैं।
बुलबुल दंगल प्रतियोगिता में बेसहारा पक्षियों को बंदी बनाकर उन्हें एक दिन पहले से ही भूखा रखा रखने के साथ नशीले पदार्थ का सेवन कराकर बेजुबान पक्षियों को एक निवाले के नाम पर लड़ाया जाता है। और जिस विजेता का बुलबुल पक्षी रहता है उस विजेता को चांदी का अड्डे समेत हजारों रुपए के सामान उपहार स्वरूप रखे जाते हैं। आगामी बुलबुल दंगल प्रतियोगिता के लिए स्थानीय लोगों ने अपने बुलबुल पालने के साथ आगामी बुलबुल दंगल प्रतियोगिता का इंतजार करते दिख रहे हैं।