रिपोर्ट: विमलेश दूबे
औराई के घोषिया में हुई अमित बरनवाल की मौत एक हादसा हीं नहीं है बल्कि इस हादसे ने एक परिवार को उजाड़ दिया है। अपने परिवार को छोड़कर अमित उपर वाले के दरबार में दस्तक देने चल दिया किन्तु जो बच गये हैं उनका जीवन यापन कैसे होगा यह सोचकर लोगों का दिल द्रवित हो रहा है। तीन मासूम बच्चों के सर से बाप का साया उठने की खबर ने लोगों को द्रवित कर दिया है।
बता दें कि अमित बरनवाल की मौत मीरजामुराद में सड़क दुर्घटना में हो गयी। करीब छ: माह पूर्व अमित की पत्नी निशु की मौत हो चुकी है। अमित के माता पिता भी गुजर चुके थे। अमित के तीन बच्चे हैं जिसमें सबसे बड़ी स्वाति उर्फ संभवि 5 वर्ष की है और उससे छोटी वंशिका और सबसे छोटा पुत्र चेतन 5 वर्ष का है।
अमित की मौत के बाद बच्चों के सिवाय उसके घर में रोने वाला भी कोई नहीं है। मौत की खबर मिलते ही रिश्तेदार घर पर पहुंचे और बच्चों को संभालने की कोशिस कर रहे हैं किन्तु लोगों के मन में यह सवाल भी उठ रहा है कि अब बच्चों लालन पालन उनकी पढ़ाई लिखायी कौन करायेगा। मां का प्यार तो पहले ही छिन गया था अब बाप का साया उठने से बच्चे अनाथ हो गये हैं।