वाराणसी: लोहता थाना अंतर्गत महमूदपुर की नाबालिक लड़की के गायब होने के बाद से उस गरीब परिवार का कष्ट थमने का नाम नहीं ले रहा है। 23 सितंबर से गायब नाबालिक बच्ची के मामले में किसी तरह से पॉक्सो, अपहरण की धाराओं में एक नामजद और कुछ अन्य अज्ञात के विरुद्ध तो मुकदमा हो गया है, परंतु पीड़ित परिवार का कहना है की उक्त मुस्लिम लड़का भोनू और उसके साथी गाँव के ही एक सम्पन्न मुस्लिम परिवार के हैं तथा कई दिनों से मेरी बच्ची को बहला फुसला रहे थे, 23 तारीख को जब उक्त लड़की की मां किसी कार्यवश घर से बाहर गई थी तभी भोनू और उसके साथी मेरी लड़की को भगा ले गए।
जब दोषियों के घर लड़की के घरवाले गए तो दबंग मुस्लिम परिवार ने उन्हें मारने पिटने की धमकी देकर भाग जाने को कहा। इसकी सूचना गायब बच्ची की मां ने लिखित थाने पर दी तो मुकदमा दर्ज तो हुआ, लेकिन आरोपी आज भी पुलिस के पकड़ से बाहर हैं। अपनी बच्ची का पता करने जब उक्त परिवार थाने पर जाता है तो उल्टा उन्हें ही डराया हड़काया जाता है। थाने पर कहा जाता है की तुम्हारी भलाई इसी में है की उस लड़के से निकाह करवा दो तो उस लड़की को खोजा जाए। थाने की बात से निराश परिवार एसएसपी से मिलकर लिखित निवेदन किया। परंतु सीओ सदर अनिल कुमार नें गायब बच्ची की माँ को जब कहाँ की तुमने अपनी लड़की को संस्कार नहीं सिखाया तो वहां उपस्थित लोग अवाक रह गये।
पीड़ित परिवार के मदद में एसएसपी कार्यालय पहुंचे भाजपा नेता विपुल कुमार पाठक, विश्व हिंदू महासंघ के महानगर संयोजक आनंद गोस्वामी, अरुण कुमार मौर्य अधिवक्ता ने कहा की ये घटना लव जेहाद ही है और इसमें पुलिस के घटिया व्यवहार को देखकर लगता है आरोपी पक्ष से लालच में पुलिस मिली हुई है। पुलिस के व्यवहार का कड़ा विरोध होगा और हर हाल में उक्त नाबालिक बच्ची को जेहादियों के छुड़ाना ही पड़ेगा। सीओ सदर की बात बहुत ही आपत्तिजनक हैं। इस प्रकार के व्यक्ति का पद पर रहना समाज के लिए ठीक नहीं होगा। इनकी शिकायत मुख्यमंत्री योगी जी से की जाएगी। इनसब के बीच एसएसपी कार्यालय में सर पर हाँथ रखी दुखी मां, टूट चुका पिता और गायब बच्ची के नाना अपने निर्धन हालात पर आंसू बहाते हुए न्याय की आस में फ़िर से लोगों की मदद के बल पर भ्रष्ट तंत्र से लड़कर अपनी गायब बच्ची को पाना चाहते हैं।