भारत एक ऐसा देश है जहां की एकता अखण्डता पुरे विश्व में एक मिसाल के रूप मे है। लेकिन कुछ मौका परस्त गद्दारों के वजह से देश में कभी-कभी कष्टकारी घटनाएं हो जाती है। जिससे देश को बहुत पीडा होती है। पुलवामा में हुई घटना ने पुरे देश को झकझोर कर रख दिया। पुरे देश में शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित की जा रही है और घायल जवानों के लिए दुआओं का दौर जारी है।
देश में इस तरह की घटनाए कही न कहीं देश के अन्दर ही रहने वाले देशद्रोहियों के वजह से होता है। जो बाहर से कुछ और तथा अन्दर से कुछ और होते है। सरकार को ऐसा कानून बनाना चाहिए कि देश विरोधी गतिविधियों में संलिप्त पाये जाने वाले को तुरन्त ही मौत की सजा दी जाए। जिससे कोई नया गद्दार देश की एकता, अखण्डता को खण्डित करने की कोशिश न कर सके। समाज के लोगो को चाहिए कि किसी भी कीमत पर राष्ट्रविरोधी गतिविधियों में रहने वालों का पक्ष न लें।
भारत देश एक ऐसा देश है जो विश्व में शान्ति का पक्षधर के रूप में जाना जाता है। और देश विरोधी ताकतें आतंकवादियों या गद्दारों से मिलकर देश मे अमन शान्ति को भंग करने का प्रयास करती है। भारत में आतंक का खौफ फैलाने वालों को ज्ञात होना चाहिए कि भारत के धैर्य की परीक्षा न लें। यदि भारत धैर्य धारण करना चाहता है तो धराशायी भी करना जानता है।
देश के कुछ ऐसे नेता है जो अपने स्वार्थसिद्धी व राजनीतिक पिपासा की शान्ति के लिए राजनीति करते है। और आये दिन कभी न कभी ऐसी बाते कह देते है जो गले नही उतरती है। इस तरह की बातें करने का उनका क्या उद्देश्य होता है? यह तो वही जाने। लेकिन देश की एकता अखण्डता बनाए रखना हम सभी भारतीयों का परम कर्तव्य है।
भारत में सभी धर्मों का सम्मान और आपसी सौहार्द को बिगाडने के लिए ही तो कुछ नेता जाति व धर्म का बीज बोकर अपनी रोटी सेकना चाहते है, लेकिन शायद वे भूल रहे है कि अब भारत का बच्चा-बच्चा देश भक्ति व राष्ट्रवाद के रंग में डूबा है। जो भारत के एकता व अखण्डता पर चोट करने का प्रयास करेगा उसे मुंह की खाना पडेगी।
पुलवामा की घटना आतंकवादियों के घबराहट व बौखलाहट का परिणाम है। जिसका बदला उन्हे चुकाना पडेगा। सरकार ने देश के सैनिकों को अपने हिसाब से निपटने की बात कहकर सैनिको के जोश को कई गुना बढा दिया है। विश्व समुदाय को भी चाहिए कि विश्व भर में आतंक को फैलानेवालों के खिलाफ मुहिम चलाकर आतंकवादियों को जड से समाप्त करने का प्रण लेना चाहिए।
राष्ट्रविरोधी ताकते यह ध्यान देकर सुन लें कि भारत की एकता व अखण्डता को तोडने की तुम्हारी सारी योजनाएं नाकाफी है।और वह दिन दूर नही जब तुम जैसे गद्दारों का नामो निशान मिट जायेगा। देश के युवाओं को देश की एकता अखण्डता में आगे रहकर आतंकवादियों और देश के गद्दारों को मुंह तोड जबाब देना होगा। तभी देश के लिए पुलवामा समेत विभिन्न आतंकी घटनाओं में मारे गये शहीदों के प्रति सच्ची श्रद्धांजलि होगी।