भदोही। चुनाव नजदीक आते ही नये नये शिगूफे फिजां में उड़ने लगते हैं। भदोही के जिला पंचयात चुनाव में माफिया डॉन से नेता बने बृजेश सिंह के पुत्र सिद्धार्थ सिंह की पंचायत चुनाव में इंन्ट्री अभी चचा्र का विषय बनी हुई थी कि बसपा नेता व पूर्व मंत्री रंगनाथ मिश्रा के पुत्र डा. ज्ञान मिश्रा की भाजपा नेताओं से नजदीकियों को लेकर भदोही की फिजाओं में चर्चा का केन्द्र बन गयी हैं। लोगों में यह सुगबुहाहट है कि क्या डा. मिश्रा भाजपा में जाने वाले हैं। बता दें कि उनके पिता बसपा से पूर्व भाजपा के कद्दावर नेता थे और भाजपा सरकार में राज्य गृहमंत्री का पदभार भी संभाला था।
चर्चा का कारण था कि शनिवार को लखनउ के गोमतीनगर में डा. ज्ञान मिश्रा के विश्वस्तरीय अस्पताल द फेस का उद्घाटन समारोह था। जिसमें प्रदेश सरकार के कद्दावर मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्या, विधायक श्यामसुन्दर शर्मा, राजेन्द्र प्रसाद सहित कई भाजपा नेता व विधायक शामिल हुये। जब इसकी खबर सोशल मीडिया पर फेली तो लोग चर्चा करने लगे कि डा.मिश्रा के कार्यक्रम में भाजपा नेताओं की इतनी भारी संख्या में उपस्थिति यूं ही नहीं है बल्कि भाजपा नेताओं की मौजूदगी कुछ और ही संदेश दे रही है।
बता दें कि यह चर्चा यूं ही नहीं हो रही है। बल्कि चुनाव पूर्व से ही कयास लगाये जा रहे थे कि अपनी शिक्षा पूरी करने के पश्चात लखनउ में अस्पताल संचालित करने वाले मंत्री पुत्र डा. ज्ञान मिश्र भदोही की राजनीति में पंचायत चुनाव से इंन्ट्री करेंगे और इस बार जिला पंचायत अध्यक्ष पद की दावेदारी भी करेंगे। जब भदोही जिले का परसीमन आया तो औराई क्षेत्र के जिला पंचयात की सभी सीटें आरक्षित होने के बाद यह कयास भी लगाये जाने लगे कि पूर्व मंत्री को पुचायत चुनाव से दूर रखने के लिये उंचे स्तर पर आरक्षण की चाल चली गयी है। ताकि अपने क्षेत्र से डा. ज्ञान मिश्रा चुनाव न लड़ पायेंं।
गौरतलब हो कि डा. ज्ञान मिश्रा को लेकर जिस तरह की बातें भदोही की फिजां में गूंज रही हैं। वह बेमतलब भी नहीं है। लखनउ में रहने के बाद भी डा.मिश्र अक्सर भदोही आते रहते हैं और लोगों के बीच अपनी उपस्थिति दर्ज कराते रहे हैं। यहीं नही जब भदोही जिला अस्पताल की मुहिम शुरू हुई तो डा. मिश्रा अपने समर्थकों के साथ मुहिम में बढ़ चढकर हिस्सा लिये और राज्यपाल सहित कई मंत्रियों से मिले थे।
हालांकि पंचायत चुनाव में डा. मिश्रा की भागीदारी होगी या नहीं यह तो अभी अंदरखाने की बात है, लेकिन जिस तरह भदोही की समस्याओं को लेकर वे आवाज उठाते रहे हैं, उससे यहीं लगता है कि देर सबेर भदोही की राजनीति में उनकी इंट्री होनी तय है।
इस बारे में जब डा. ज्ञान मिश्रा से बात हुई तो उनका कहना था कि यह उनके व्यवसायिक प्रतिष्ठान का उद्घाटन था और ऐसे आयोजनों में सभी लोग अपने परिचितों को बुलाते हैं। कहा कि वे लखनउ में रहते हैं और राजनीतिक परिवार से होने के कारण उनका बहुत से लोगों से संबंध है। कैबिनेट मंत्री स्वामीप्रसाद मौर्या सहित जो भाजपा नेता व विधायक आये उनसे उनका बहुत पहले से संबंध है। इसका राजनीति से कोई लेना देना नहीं है। फिलहाल उनका ध्यान अपने व्यवसाय पर है।
उद्घाटन समारोह में औराई ब्लाक प्रमुख बृजमोहन मिश्रा, अशेक मौर्या, कमलाकान्त राजभर, नवनीत पाण्डेय सहित काफी लोग मौजूद रहे।