रोजी रोटी की तलाश में अपना गांव, अपना सबकुछ पीछे छोड़कर आए मज़दूर अब ज़िंदा रहने के लिए वापस वहीं लौट रहे है! देश में कोरोना संकट के बीच ऐसे मामले सामने आ रहे हैं, जहां लोग अपनों को छोड़कर जा रहे हैं! आधुनिकता की अंधी दौड में और विशेषकर इस वैश्विक महामारी से सगे संबंधी भी दूरी बना रहे है परंतु वहीं मध्य प्रदेश के शिवपुरी में दोस्ती और इंसानियत की मिसाल उस समय देखने को मिल ,जहाँ एक दोस्त ने अंतिम समय तक दोस्ती का फर्ज निभाया! दरअसल, 24 साल का एक युवक कुछ अन्य प्रवासियों के साथ गुजरात से उत्तर प्रदेश के लिए ट्रक वाले को 4000 रुपये देकर ट्रक में सवार होकर निकला था और रास्ते में अचानक उसकी तबीयत बिगड़ गई, जिसके बाद ट्रक के ड्राइवर ने उसे मध्य प्रदेश के शिवपुरी जिले में उतार दिया!इस दौरान, उसका दोस्त याकूब भी ट्रक से उतर गया और वह सड़क के किनारे अपने दोस्त अमृत को गोद में लेकर लोगों से मदद की गुहार लगाता रहा!
इस घटना की तस्वीर और वीडियो सामने आई है, जिसमें याकूब अपने दोस्त अमृत को बचाने के लिए लोगों से मदद मांग रहा है लेकिन यह कोई दृश्य देखकर भी लोग रुके नहीं! हालांकि, बाद में अमृत को जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया! जहां शनिवार को उसने दम तोड़ दिया, परंतु अंतिम सांस तक इसने मित्र को बचाने के सारे प्रयास किये जो आधुनिक युग की स्वार्थपरक दुनिया के लिए एक उदाहरण है!