भदोही : शारीरिक रूप से विकलांग बच्चों को पूर्ण सहयोग करना मानवीय धर्म है, विकलांग बच्चों को हीन-भावना से वंचित न होने पावे, हम सबका नैतिक दायित्व है कि उन्हे हम प्रेरित करे, मानव के ज्ञान की पहचान उसके गुणों से कि जाती है, विकलांगता तो ईश्वरीय देन है, व्यक्ति का इसमें कोई दोष नही होता है।
उक्त विचार जिलाधिकारी राजेन्द्र प्रसाद ने पूर्व माध्यमिक विद्यालय ककराही, विकास खण्ड औराई अन्तर्गत जनपद स्तरीय दिव्यांग बच्चों की सांस्कृतिक खेल कूद प्रतियोगिता का आयोजन विश्व विकलांगता दिवस पर किया गया। इस आयोजन कार्यक्रम से जिलाधिकारी बेहद खुश होकर जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी अमित कुमार सिंह को बधाई दी। ऐसे कार्यक्रम से दिव्यांग बच्चों में शारीरिक विकास के साथ-साथ स्पर्धा बनती है।
जिलाधिकारी ने सरस्वती के चित्र पर माल्यार्पण, दीप प्रज्जवलित तथा झण्डा रोहण कर कार्यक्रम का शुभारम्भ किया। इस अवसर पर जिलाधिकारी ने जनपद के परषदीय विभिन्न विद्यालयों से आये बच्चों को लंच टिपीन वितरित करते हुए कहा कि ऐसे बच्चों को देखकर किसी भी व्यक्ति को हास्यपक नही करना चाहिए, उन्होने कहा कि हम सबका नैतिक दायित्व है कि ऐसे बच्चों के भविष्य के लिए प्रेरित किया जाय, उन्होने कहा कि मनुष्य की पहचान उसके ज्ञान के आधार पर उसके गुणों से की जाती है क्योकि गुण की पूजा की सर्वत्र की जाती है। इस अवसर पर छड़ी प्रतियोगिता में दिव्यांग बच्चों ने भाग लिया जिसमें नरेश प्रथम, प्रियांशु द्वितीय, एवं आदर्श तृतीय स्थान प्राप्त किया।
जिलाधिकारी ने जनपद वासियों से अपील के साथ लोगो को आहवान किया कि दिव्यांग बच्चों को नेत्र, शरीर, पैर, हाथ, नाक, कान, मुंह, किसी भी अंग से प्रभावित होकर विकलांग है तो ऐसे दिव्यांग बच्चों के प्रति हम सबका नैतिक दायित्व बनता है कि सहयोग की भावना से अधिक से अधिक मदद-सहायता करें। उन्होने कहा कि दिव्यांग जनो के लिए शासन द्वारा जो भी प्रदत्त सुविधाओ को मुहैया कराने के लिए जिला विकलांग अधिकारी को निर्देश दिया।
इस अवसर पर जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी अमित कुमार सिंह, खण्ड शिक्षा अधिकारी, नीरज श्रीवास्तव, राष्ट्रपति पुरस्कार प्राप्त शिक्षक अशोक कुमार गुप्ता, संकेतिक शिक्षा समन्वयक रेशमा मिश्रा, डी0सी0 साक्षारता नीरज उपाध्याय, शिक्षिका रेखा जायसवाल, याशमिन, ओ0एस0डी0 जगदीश व सम्बन्धित अधिकारी उपस्थित रहे।