रिपोर्ट-सलिल पाण्डेय
मिर्जापुर- विंध्याचल मण्डल के आयुक्त मुरलीमनोहर लाल ने कहा कि प्रशासनिक सेवा में लगन, निष्ठा तथा शासकीय अपेक्षाओं के तहत कार्य करना तो लाजिमी ही है। यदि इसके प्रति सजगता बनी है तो वही सराहनीय कार्य माना जाता है। राजकीय सेवा में दायित्वों से भागने के लिए कोई स्थान नहीं है। श्री लाल सोमवार को यहां से स्थानांतरित होने पर मण्डलायुक्त कार्यालय में आयोजित एक सम्मान समारोह में बोल रहे थे।
आसन्न लोकसभा चुनाव के लिए बनाए गए नियमों के तहत सेवानिवृत्ति के 10 दिन पूर्व हुए स्थानांतरण में अधिकांश वक्ताओं ने उनके विशिष्ट कार्यों के साथ सौम्य तथा सफल नेतृत्वकर्ता की भूमिका की सराहना की। पुलिस उपमहानिरीक्षक पीयूष श्रीवास्तव ने कहा कि मण्डलायुक्त के पद के निर्वाह का मतलब मण्डल के शासन का संचालन है।
मंडलीय पुलिस अधिकारी होने के नाते सर्वाधिक समय वे मंडलायुक्त के साथ रहते थे लिहाजा उनके त्वरित निर्णय तथा तीव्र गतिशीलता का लाभ उन्हें भी मिला। श्री श्रीवास्तव ने कहा कि शांति व्यवस्था की वजह से भी प्रदेश में मिलने वाले रैंकिंग में इजाफा होता है, इसकी जानकारी उन्हें पुलिस अधीक्षक पद पर कार्य करते समय तक नहीं हो सकी थी ।
इसी क्रम में प्रभारी जिलाधिकारी/मुख्य विकास अधिकारी प्रियंका निरंजन ने विकास की गति तेज करने के लिए उनके मार्गदर्शन को ज्ञान का अध्याय माना तो मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ ओ पी तिवारी ने कहा कि सरलतापूर्ण कार्यशैली से अधीनस्थों को सुधारने का आपने अवसर दिया। आप तत्काल चीड़फाड़ नहीं करते थे, जिससे अधीनस्थों की कार्यपद्धति में सकारात्मक बदलाव आया।
इसी तरह बेसिक शिक्षा अधिकारी प्रवीण कुमार तिवारी ने कहा कि आपका व्यक्तित्व प्रोत्साहन तथा समन्वयपरक था जिससे बेसिक शिक्षा में सुधार की आपकी सोच को क्रियान्वित करने में सफलता मिलती रही। अन्य वक्ताओं में अधिवक्ता कृपाशंकर मिश्र, साहित्यकार सलिल पांडेय ने भी विचार व्यक्त किए जबकि साकेत पांडेय ने अभिनन्दन पत्र भेंट किया।
आयुक्त के वैविध्यपूर्ण व्यक्तित्व का बीच-बीच में उल्लेख कार्यक्रम का संचालन करते हुए DIG (स्टाम्प) श्री ओ पी सिंह बखूबी कर रहे थे। तीनों जिलों से आए प्रशासनिक अधिकारियों से सभाकक्ष खचाखच भरा था । बुके और मां विन्ध्यवासिनी की प्रतिमा विविध विभागों के अधिकारियों ने भेंट की।