भदोही। इटहरा में एक महिला महाविद्यालय में गंगा समग्र के जिला ईकाई की बैठक गंगा की स्वच्छता व निर्मलता लेकर हुई। बैठक जिला संयोजक गंगा समग्र साहबलाल पाण्डेय की अध्यक्षता में हुई। बैठक में जिले भर से आये गंगा समग्र के पदाधिकारी और सदस्यों ने अपनी अपनी बात रखी तथा जिला संयोजक और सह संयोजक ने सभी के प्रश्नों का उचित समाधान पूर्ण सलाह दिया।
जिला संयोजक साहबलाल ने कहा कि गंगा केवल एक नदी ही नही बल्कि गंगा हमारी सांस्कृतिक, धार्मिक व सनातन विरासत है। जिसे संजोकर रखना सभी भारतीयों का कर्तव्य है। कहा कि गंगा की स्वच्छता से देश के सभी नागरिकों खासकर गंगा के किनारे रहने वालों को ज्यादा होगा। बताया कि जिले में डीघ ब्लाक के 36 ग्रामसभा और औराई ब्लाक के 16 ग्रामसभा गंगा के किनारे है। जहां पर गंगा की स्वच्छता में सहयोग करना स्थानीय लोगों की जिम्मेदारी है। बताया कि गंगा की स्वच्छता व संरक्षण से कई लाभ है। जैसे गंगा के माध्यम से व्यापार, पर्यटन, रोजगार, पेयजल, सिचाई, वृक्षारोपण इत्यादि में काफी लाभ हो सकता है।
यदि गंगा प्रदूषित रहेगी तो गंगा के जलीय जीव, पेयजल, सिंचाई व वृक्षों पर इसका बुरा असर दिखेगा जो कही न कही मानव जीवन को प्रभावित करेगा। जिला संयोजक ने कहा कि केवल गंगा ही नही अपितु सभी नदियों का संरक्षण व स्वच्छता जरूरी है। जिसमें गंगा के किनारे के लोग काफी सहायक सिद्ध हो सकते है। कहा कि गंगा में नाला बहाना, कपडा धोना, मृत पशु को बहाना, कचरा फेकना प्रतिबन्धित होना चाहिए। यदि कोई इन चीजों को करता है तो उसे रोके और समझाएं।
जिला संयोजक ने कहा कि गंगा के किनारे के किसान जैविक और औषधीय पौधों की खेती करके काफी लाभ कमा सकते है। और अपने खेतों में रासायनिक खाद की जगह जैविक खाद का प्रयोग करके वातावरण को शुद्ध बनाने में सहयोगी हो सकते है।
कहा कि गंगा घाटों पर कपडा धोने के लिए हैण्डपाइप और कपडा बदलने के लिए अस्थाई चेजिंग रूम होना चाहिए। कहा कि नदियों से 40% अर्थव्यवस्था में योगदान है। जिससे नदियों का संरक्षण व स्वच्छता जरूरी है। लोग खुद जागरूक जब तक नही होंगे तब तक जागरूकता फैलाना जरूरी है। बैठक में संचालन सह संयोजक डा संजय द्विवेदी ने किया। इस मौके पर धर्मराज सिंह, राजेन्द्र सिंह, लालजी तिवारी, केपी तिवारी, संतोष तिवारी, संजय दूबे, दुर्गा प्रसाद तिवारी, देवदत्त दूबे, श्यामकान्त त्रिपाठी, राममिलन तिवारी और एडी राय समेत काफी संख्या में लोग मौजूद थे।