भदोही। शनिवार को दोपहर के करीब दो बजे जीटी रोड पर वाहनों का आवागमन लगा हुआ था। आसपास के दुकानों में ग्राहकों की भीड़ थी। सड़क के किनारे राहगीरों का आना जाना लगा था। उसी समय अचानक तेजी के साथ एक बड़ा वाहन तेजी के साथ गुजरा और उसके गुजरते ही उठे हवा के बदबूदार झोंके ने एक क्षण के लिये लोगों की सांसे रोक दी। अचकचाकर लोग एक दूसरे की तरफ अपनी सवालियां नजरें उठा दिये। यह बदबूदार हवा का झोंका इस तरह का था जैसे कोई जानवर मर गया हो।
गौरतलब हो कि जिले के मध्य से गुजरने वाला हाईवे पशु तस्करों के लिये सेफ जोन बना हुआ है। इस पशु तस्करी के पीछे एक बड़ा रैकेट काम करता है और चर्चा यह भी रहती है कि ऐसे अपराधों को रोकने के लिये पुलिस विभाग के कुछ लोगों का नाम भी गाहे बगाहे सामने आता रहता है। जो पशु तस्करों के लिये दलाली का काम करते हैं। चर्चा यह भी रहती है कि पशु तस्करों द्वारा प्रति माह जीटी रोड के थानों को एक मोटी रकम भी भेंट की जाती है। यहीं वजह है कि जीटी रोड के थानों पर तैनाती के लिये थानेदारों के बीच काफी मशक्कत होती है।
जब मीडिया में खबरें प्रकाशित होती हैं तो पशु तस्करी के लिये जा रही कुछ गाड़ियों को पकड़कर पुलिस अपना पीठ थपथपा लेती है किन्तु कुछ दिन बाद मामला शांत होते ही सबकुछ पहले के जैसा चलने लगता है। बदबूदार हवा के झोंके को लोगों के बीच तरह तरह की चर्चायें व्याप्त हो गयी। कुछ लोगों का कहना था कि वाहन में पशु लदे होंगे और जिस बेदर्दी से पशुओं को वाहन में ठूंसा जाता है, उससे किसी पशु की मौत हो गयी होगी, यह उसी की बदबू होगी। वहीं कुछ लोगों का यह भी कहना था कि अवैध रूप से पशुओं का मांस ले जाया जा होगा जिसके कारण बदबू फैली। मामला चाहे कुछ भी हो लेकिन जीटी रोड पुलिस की अकर्मण्यता के कारण पशु तस्करों का सेफ जोन बना हुआ है।