कोरोना महामारी से फैले संकट के कारण सरकार ने अचानक लाकडाउन कर दिया ऐसे में जहाँ एक तरफ प्रवासी मजदूर घर लौटने को परेशान है वही दुसरी तरफ प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी के लिए बाहर रह रहे छात्र भी परेशान है! ऐसे में प्रदेश की योगी सरकार ने उचित कदम उठाते हुए कोटा मे रह रहे छात्र हितो को ध्यान में रखते हुयें बसो द्वारा गंतव्य स्थान तक पहुंचाने का निर्णय लिया !कोटा राजस्थान में फसें लगभग 7000 छात्रों की सुधि लेते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने सभी को रोडवेज बसों द्वारा उनके गंतव्य तक पहुंचाने की व्यवस्था दी! लेकिन वही राजधानी लखनऊ से 200 किलोमीटर दूर स्थित प्रयागराज में रह रहे हजारों छात्रों की सुधि न तो मुख्यमंत्री जी ले पाए और न ही प्रयागराज जिला प्रशासन ने।
प्रयागराज में रहकर एसएससी, बैंकिंग, इंजीनियरिंग, मेडिकल सहित सिविल सेवा की तैयारी कर रहे छात्रों की सुधि लेने वाला कोई नहीं है। जो कोटा में रह रहे छात्रों की तुलना में बहुत ही सीमित संसाधनों में ही अपनी पढ़ाई करते हैं। ऐसे में प्रयागराज में तैयारी कर रहे हजारों की संख्या में छात्र फंसे हुये है परंतु सरकार उनकी कोई सुधि नही ले रही है! स्कूल, कालेज, कोचिंग संस्थान बंद होने की स्थिति मे ये छात्र भी आर्थिक एवं मानसिक संकट का सामना कर रहे है जिनको उनके गंतव्य स्थान तक पहुंचाना अत्यंत आवश्यक है!