Home भदोही सरकार की खामोशी से मानवता हो रही शर्मसार

सरकार की खामोशी से मानवता हो रही शर्मसार

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रिपोर्ट: रामकृष्ण पाण्डेय
सीतामढ़ी योगी सरकार आने के बाद से ही गौ तस्करी और गोकशी पर पूरी तरह से रोक लगा दिया गया है। जिससे ग्रामीण क्षेत्रों सहित नगरी इलाकों में भी छुट्टा पशुओं की भरमार-सी हो गई है। ग्रामीण आंचल में गोवंश सहित अन्य छुट्टा पशु किसानों के खेतों में लगातार शामत ढा रहे हैं। जिससे बाज आकर ग्रामीण बेजुबान जानवरों को मारपीट कर कहीं घायल कर रहे हैं तो कुछ मरणासन्न कर दे रहे हैं। यही नही छुट्टा पशुओं के आतंक से परेशान किसान पशुओं को मारपीट कर मौत के घाट भी उतार दे रहे हैं। बुधवार को कोइरौना थाना क्षेत्र के मदनपुर गांव में 1 साँड़ को ग्रामीणों ने घेरकर लाठी डंडे से पीटकर अधमरा कर तालाब किनारे छोड़ दिया। हालांकि किसी ग्रामीण की सूचना पर पशु चिकित्साधिकारी डीघ संतोष शुक्ला के नेतृत्व में पहुंची डॉक्टरों की टीम ने मरणासन्न हाल में पड़े सांड का इलाज कर जान बचाया। साथ ही ग्रामीणों को बेजुबान पशुओं को ना मारने और उनके प्रति दया भाव रखने की भी अपील की।
उल्लेखनीय है कि पिछले दिनों कोइरौना थाना क्षेत्र के सेमराध गांव में एक गाय की हत्या कर दी गई थी और मुकदमा भी पंजीकृत किया गया था। तथा सप्ताह भर पूर्व ऊंज थाना क्षेत्र के पिलखुना गांव में एक सांड की नृशंस हत्या की गई थी। जिसका वीडियो वायरल होने के बाद मुकदमा पंजीकृत कर 5 लोगों को गिरफ्तार भी किया गया था। लेकिन इससे सबक लेने के बजाय फसल की नुकसानी देख किसान मानवीयता को शर्मसार कर बेजुबान पशुओं पर आक्रोश की लाठियां बरसा दे रहे हैं। हद तो तब हो गई जब छुट्टा पशु की निर्मम हत्या के बीच वोटबैंक की गोटियां फिट करने के चक्कर में समाजवादी पार्टी के दर्जनों नेता जिलाध्यक्ष आरिफ सिद्दीकी के नेतृत्व में बुधवार को कलेक्ट्रेट पर जमा हो गए और पिलखुना गांव में मारे
गए सांड को पागल व जानमाल के लिए घातक बताकर किसानों के विरुद्ध पंजीकृत मुकदमे को गलत करार देते हुए डीएम को पत्रक सौंपा। किंतु प्रश्न है कि साँड़ अगर पागल हो गया था तो किसी ने पुलिस आदि को इत्तला क्यों नही किया था। खैर जो भी हो इसके पीछे सरकार भी उतनी ही जिम्मेदार व दोषी है जितने गाढ़ी कमाई का नुकसान झेलकर निर्दयी बन जा रहे किसान हैं। क्योंकि भाजपा सरकार के सत्ता में आने के बाद से जिस तरह गौकशी व गौ तस्करी पर पाबंदी लगी है। घड़रोजों की तरह उतराए छुट्टा पशु फसलों पर कहर बरपा रहे हैं। और मजबूर किसान इनकी बलि तक चढ़ा दे रहे हैं। लोगों का कहना है कि सरकार हर जिले में गौशाला खुलवाकर इनकी देखभाल करवाये जिससे फसलों का नुकसान व जानवरों की हत्या दोनों में काफी कमी आ सकेगी।

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