Home साहित्य दिल को खटके …. ज़रा हटके साहित्य दिल को खटके …. ज़रा हटके By हमार पूर्वांचल - 27/09/2018 11:33 PM 691 0 FacebookTwitterPinterestWhatsApp नादान शब्दावली, दिलमय ऐ स्वार्थ आत्मकपट त्याग, जीवनमय यथार्थ जीवनमय यथार्थ, ज्वलंत तो कीजिए गुरुकुल पथमय, स्वाभिमान लीजिए ‘बहुरुपीय’ मौन, संस्कारी हो खानदान शिक्षा-संस्कार, पथिक न मिलें नादान एस, टी, ‘बहुरुपीय’ की क़लम से Share this:ShareWhatsAppLike this:Like Loading...