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कामगारों में न्याय और विश्वास का पर्याय बना हिंद भारतीय जनरल कामगार सेना

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कामगारों के खुशहाली और समृद्धि के प्रति कटिबद्धता के साथ समर्पित भावना और ईमानदारी के बल पर बहुत कम समय में ही महाराष्ट्र राज्य में हिंद भारतीय जनरल कामगार सेना आज कई कामगार संगठनों का पर्याय बन चुका हैं जो संगठन के अध्यक्ष श्री श्रीपाद पराडकर (आप्पा) के कुशल नेतृत्व में नित नए आयाम हासिल करते हुए इतिहास रच रहा है। अभी तक जिन कामगारों ने हिंद भारतीय जनरल कामगार सेना की सदस्यता ग्रहण की है उनको मिले अनुभव वे ही बखूबी बखान कर सकते है।

यह कोई अतिशयोक्ती नही है कि मार्च 2020 से शुरू हुए वैश्विक महामारी कोरोना काल में हिंद भारतीय जनरल कामगार सेना ने अपने युनियन की सदस्यता ग्रहण किए कामगारों को कंपनियों के मैनेजमेंट से चर्चा कर उन कामगारों को पगार दिलाकर न केवल कामगारों के मसीहा बन गए हैं अपितु उन परिवारों में अपनी छाप भी छोड़ी है।

आज के विकट माहौल में कामगारों की समस्याओं का निवारण करने के नाम पर अपनी दुकान चला रहे कई कामगार संगठन अपना अस्तीत्व खोते जा रहे है और कामगारों के नाम पर दुकान चलाने वाले लोगों के कारण अच्छे कामगार संगठन पर से भी कर्मचारियों का भरोसा उठता जा रहा है ऐसे में मजदूरों को कंपनी मैनेजमेंट द्वारा सदैव छला जाता है और शोषण का शिकार हो जातें हैं। बताते चले कि भारत में लगभग 30 से उपर कामगारों पर तरह तरह के कानून है जिसमें 80 फीसदी कायदे और नियम कामगारों के पक्ष में ही होते हैं, कर्मचारियों को सभी कायदों की जानकारी नहीं होने के कारण कंपनी मैनेजमेंट शोषण करते हैं और कर्मचारी ठगे जाते हैं।

हिंद भारतीय जनरल कामगार सेना के महासचिव घनःश्याम नाईक ने हमार पूर्वांचल के संवाददाता राधेश्याम यादव को अपने साक्षात्कार में बताया कि माननीय अध्यक्ष श्री श्रीपाद पराडकर (आप्पा) के सक्षम नेतृत्व में हिंद भारतीय जनरल कामगार सेना के पूरे महाराष्ट्र राज्य के जिलों में पदाधिकारियों की नियुक्ति की गई है और संगठन के छत्र के नीचे आनेवाले सभी कामगारों को यथोचित न्याय देना हमारी प्राथमिकता रहेगी और क्षेत्र से गुजरते समय संगठन का बोर्ड और सेना का झंडा दिखाई देना ही चाहिए। कोरोना काल में कई कंपनियां कामगारों को काम से निकाल दिया है जिससे क्षुब्ध होकर आप्पा साहब ने सभी कंपनियों को कड़े शब्दों में चेतावनी दी है कि कोरोना महामारी की आड़ में कंपनियां कामगारों को निकाल रही हैं वे पहले निकालें कर्मचारियों को नियमित रूप से काम पर वापस रखें और कामगारों की समस्याओं पर विचार विनिमय करते हुए उनकी समस्याओं को निराकरण करें और वस्तुस्थिती को यथावत रखें अन्यथा उनको शिवसेना स्टाइल में जवाब दिया जाएगा, हमारी युनियन मालिकों को कारखाने चलाने में भी मदत करती हैं लेकिन कामगारों का शोषण बिल्कुल भी बर्दाश्त नहीं है।

आगे हिंद भारतीय जनरल कामगार सेना के सरचिटणीस श्री घनःश्याम नाईक ने संगठन के आगामी भविष्य की गतिविधियों पर प्रकाश डालते हुए बताया कि युनियन अभी महाराष्ट्र राज्य में कर्मचारियों के उत्थान और विकास पर कार्य कर रही है कुछ महीनों में युनियन का कार्य श्रेत्र अन्य राज्यों में भी फैलाते हुए राष्ट्रव्यापी विस्तार करने की योजना हैं और अभी तक के संगठन के कार्यों का सुखद अनुभव मिला है।

हिंद भारतीय जनरल कामगार सेना का मुख्य कार्यालय महाराष्ट्र एक्यवर्धक मंडल विद्यामंदिर के बाजू में, स्व. प्रमोद शिरवलकर चौक, सहकार टॉकीज के सामने, टिलक नगर, चेंबूर, मुंबई- 400089 स्थान पर है जिन कामगारों को किसी भी प्रकार समस्याएं है वे कार्यालय में या हमारे सभी नियुक्त पदाधिकारियों से संपर्क करें, हमें उनकी समस्याओं के निराकरण पर प्रसन्नता होगी।

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