अनुमति न लेने पर एसडीएम ने प्रार्थना सभा रोकी
जौनपुर। खेतासराय थाना क्षेत्र के जमदहां गांव के एक सूनसान स्थल पर चल रही ईसाई मिशनरी में दलितों के कथित तौर पर धर्म परिवर्तन करने की शिकायत पर रविवार को हिंदू संगठन के युवाओं ने मौके पर पहुंच कर विरोध कर दिया। जिसे लेकर दोनों पक्षों में तनाव की स्थिति बन गयी। मामला गम्भीर होते देख मौके पर शाहगंज सर्किल के सभी थानों की पुलिस बुला ली गयी। मौके पर पहुंची पुलिस प्रशासन ने सभा करने के लिए अनुमति मिलने तक प्रार्थना सभा करने पर रोक लगा दिया। वार्ता के लिए दोनों पक्षों को सोमवार को थाने बुलाया गया है।
बताया जाता है की उक्त गांव में कई वर्षों से पीपुल आफ क्राइस्ट इंडिपेंडेंट पास्चर चर्च डायसेस इण्टरनेशनल ट्रस्ट के नाम से ईसाई मिशनरी चल रही है। जिसमें आधिकतर दलित समाज से महिलाएं व पुरुष शामिल होने आते हैं। पहले तो यहां गुपचुप तरीके से गिने चुने लोगो के बीच प्रार्थना सभा होती रही। लेकिन पिछले एक साल से प्रार्थना सभा में शामिल होने वालों की संख्या सैकड़ों तक पहुंच गयी। आरोप है कि प्रार्थना सभा के नाम पर दलितों को पैसे का लालच देकर उनका धर्म परिवर्तन कराया जाता है।
इसी आरोप को लेकर रविवार को दर्जनों की संख्या में हिन्दू संगठन के युवा मौके पर पहुंचकर विरोध करने लगे। जिसे लेकर दोनों पक्ष आमने-सामने आ गये। विवाद बढ़ता देख किसी ने पुलिस को सूचना दे दी। मौके पर प्रभारी निरीक्षक जगदीश कुशवाहा मय फोर्स के पहुंच गये। दोनों पक्षों के बीच तनाव बढ़ता देख मौके पर शाहगंज सर्किल के थानों की पुलिस बुला ली गयी। मौके पर पहुंचे एसडीएम राजेश कुमार वर्मा और क्षेत्राधिकारी अजय कुमार श्रीवास्तव को महिलाओं ने विभिन्न रोगों से ग्रसित होने का हवाला देते हुए बताया कि वह रोग से छुटकारा पाने के लिए प्रार्थना सभा में शामिल होने आती हैं। वे किसी लालच में आकर यहां नहीं आती हैं। और न ही यहां किसी का धर्म परिवर्तन किया जाता है। इसके पहले भी विरोध हो चुका है। इसका मामला न्यायालय में भी चल रहा है।
एसडीएम राजेश वर्मा ने बताया कि जिले भर में धारा 144 लागू है। बिना अनुमति के प्रार्थना सभा हो रही थी। जिसे अनुमति मिलने तक रोक दिया गया है। दोनों पक्षों को सोमवार को खेतासराय थाने पर वार्ता के लिए बुलाया गया है।