Home अवर्गीकृत कुंभ मेला के पावन-पवित्र भूमि पर हुआ ऐतिहासिक विराट कवि सम्मेलन

कुंभ मेला के पावन-पवित्र भूमि पर हुआ ऐतिहासिक विराट कवि सम्मेलन

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अखिल भारतीय अग्निशिखा साहित्यिक मंच के तत्वावधान में कुंभ मेला के प्रांगण और पावन पवित्र नगरी प्रयागराज में, सूचना एंव जनसंपर्क कार्यालय के सांस्कृतिक पंडाल में कुंभ स्नान के अंतिम चरण के शुभ अवसर पर पूरे भारत वर्ष से आये हुए कवियों, गीतकारों, ग़ज़लकारों की उपस्थिति में ऐतिहासिक विराट कवि सम्मेलन का आयोजन अग्निशिखा मंच की अध्यक्षा श्रीमती अलका पांडे जी के मार्गदर्शन में संपन्न हुआ।

कुंभ में इतना बड़ा कवि सम्मेलन कभी नही हुआ सब लोगो ने अपार प्रतिसाद दिया व सूचना जनसम्पर्क कार्यालय ने हर साल के लिये अनुमति प्रदान करने का आश्वासन भी दे दिया । अग्निशिखा मंच की इलाहबाद इकाई की रा. उपाध्यक्ष मानस सिंग ने बहुत मेहनत की । अलका पाण्डेय के नेतृत्व में बीस लोगों की टीम मुंबई महानगर महाराष्ट्र से प्रयागराज पहुँची, व संगम स्नान कर शाम को कवि सम्मेलन किया ।कार्यक्रम की मुख्य अतिथि अलका पाण्डेय ( रा. अध्यक्ष ) विशेष अतिथि अशोक पाण्डेय ( विराट संस्था – अध्यक्ष ) मंच संचालन प्रथम सत्र – पवन तिवारी – महाराष्ट्र हिन्दी साहित्य अकादमी पुरस्कृत , दूसरे सत्र का मंच संचालन वरिष्ठ कवि त्रिलोचन सिंह अरोड़ा ने किया।

सरस्वति वंदना कवियत्री मानवी के सुमधुर गीत से कार्यक्रम की शुरुवात हूई। मीनाक्षी (इलाहबाद) ने वीर रस, प्रतिमा मिश्रा ने मधुर गीत, मुम्बई की रानी अग्रवाल ने गंगा की महिमा गाई, आभा दवे ( गुजरात ) ने सैनिकों को याद किया, रेखा किंगर रोशनी ने अपनी शायरी से वाह वाही लूटी । डॉ. मीरा सिंह ( बनारस ) ने पुलवामा के सैनिकों को याद किया। नंदलाल त्रिपाठी ( गोरखपुर ) ने वीर रस, रमेश सिंह ( प्रयागराज ) ने चुनाव
वंदना शुक्ला ने मधुर गीत, अवधेश कुमार रजत ( सामयिक), शीलू इमरान ( बनारस) व्यंग्य सुनाया, एन. एल. एम. त्रिपाठी – पिताम्बर ने गोरखपुर ने श्रृंगाररस बरसाया, दिलीप कुमार ( बनारस ने प्रेम गीत सुनाया ,मुनेन्द्र नाथ श्रीवास्तव ने देशभक्ति,  कृष्ण प्रताप कौशल वीररस, योगी इलाहबादी चाँद पर ले गये ।आनंद मिश्रा ( बिहार – हास्य व्यंग से गुदगुदाया तो अजय शुक्ला बनारसी ( बनारस ने वीररस पर गीत गाया तो कुसुम तिवारी ( झल्ली ) ने लोकगीत सुनाया, कार्तिकेय शुक्ला ( गोण्डा ), नीति सक्सेना ( देहरादून ) कैलाश जोशी पर्वत ( औरैया ) मंगला प्रसाद तिवारी ( प्रयाग राज ) ने वीररस पर उम्दा रचना हरीश शर्मा यमदूत ने व्यंग्यो के तीर छोड़े, अलका पाणेडेय ने सामयिक कविता सुनाई, पवन तिवारी ने एक मधुर गीत सुनाया, तो त्रिलोचन सिंह ने ग़ज़ल तो कुलदीप सिंग दीप ने बेटी पर गीत सुनाकर श्रोताओं को मंत्रमुग्ध कर दिया।
चित्रा गुप्ता, मालती सिंग,  मालती गुप्ता,  मीना मिस्रा, अंजली, राजेशअग्रवाल,  रक्षदा मोरे आदि ने मुम्बई से आकर वहाँ की व्यवस्था देखी व प्रयागराज की रेखा उपाध्याय , संरक्षक श्यामसुन्दर पटेल, वर्मा जी विकास व मानस सिंह व ज्ञान सिंह के अथक प्रयासों की वजह से यह कार्यक्रम सफल हुआ।

अलका पाण्डेय ने सारे कवियो को सम्मान पत्र देकर सम्मान किया व महिलाओं को सम्मान देने व सहयोग करने के लिये श्याम सुंदर पटेल और ज्ञानसिंह को सम्मानित किया। मानस व रेखा उपाध्याय को अग्निशिखा मंच की तरफ से प्रयागराज में उत्कृष्ट काम के लिये सम्मानित किया।

विराट संस्था के अशोक पाण्डेय को कुंभ मेले में सबकी सेवा करने के लिये सम्मानित किया। अलका पाण्डेय ने सबका आभार व्यक्त कर कार्यक्रम को समाप्त कर सूचना एंव जनसम्पर्क कार्यालय को धन्यवाद दिया और इतना बड़ा पंडाल देने के लिये उनका ह्दय से आभार भी व्यक्त किया।

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