होली बहुत ही सुंदर रंगों से भरा त्योहार है। हम सब एक दूसरे की ज़िंदगी में प्यार का रंग भर देते हैं।
हर पर्व का एक गहरा संदेश होता है जैसे होली में मनमुटाव दूर करते हैं और गिले शिकवे भूलकर साथ निभाने का वादा करते हैं। लेकिन आज कल विरले ही कुछ एसा होता है।
बच्चे, युवा सभी पक्के रंगों से खेलते हैं, होली के बहाने नशा करते हैं और दूसरे दिन अपने काम पर लग जाते हैं ।
समय के साथ जीवन शैली में बदलाव आया है इसलिए हमारे त्योहार मनाने में भी फर्क आया है। व्यस्तताओं की वजह से और रंगों से बचने के लिए लोग समयाभाव होने का बहाना करते हैं। रिश्तेदार और पड़ोसियों के घर बगैर हिचकिचाहट या संकोच के आत्मीयता से रंग ले जाना, लगाना और पकवान का आदान प्रदान करना यह सब अब कम ही दिखाई देता है। होली का यह अद्भुत मस्ती भरा त्योहार समाज में आपसी भाईचारा बढ़ाने के लिए प्रेरित करता है।
हर त्यौहार का उद्देश्य होता है और उसके बारे में बच्चों को बताना हम सब की जिम्मेदारी है।