Home भदोही इतनी आसानी से कैसे कोतवाल भदोही के हत्थे चढ़ा आजम!

इतनी आसानी से कैसे कोतवाल भदोही के हत्थे चढ़ा आजम!

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कहते हैं जब ईश्वर लेने पर आता है तो छप्पर भी उखाड़ लेता है, लेकिन जब देने पर आता है तो छप्पर फाड़ के देता है। ऐसा ही हुआ गत दिनों भदोही कोतवाली पुलिस के साथ जब बड़ी ही आसानी से जिले का शातिर अपराधी आजम खां पुलिस के कब्जे में आ गया। आजम के पकड़े जाने की खबर को स्थानीय मीडिया ने कोतवाल नवीन तिवारी की तेज कार्य शैली बतायी और बैठे बिठाये कोतवाल साहब वाहवाही लूट ले गये।

बता दें कि हत्या लूट और मारपीट जैसे कई घटनाओं के मुकदमें में कई बार जेल जा चुके आजम का खौफ इतना था कि जब वह रास्ते पर निकलता था तो लोग खुद ब खुद अपना रास्ता बदल देते थे। किसी को भी मार पीट देना उसके लिये आम बात थी। यहीं नहीं लोग मार खाने के बाद भी पुलिस के सामने जाने की हिम्मत नहीं जुटा पाते थे। यदि कोई थाने पहुंच भी गया तो पुलिस उसे बैरंग वापस करने में ही भलाई समझती थी।

जेल जाना और बाहर आना आजम के लिये एक खेल जैसा ही है। पिछले कई दिनों से वह जमानत पर घर आया था। वह न पुलिस के लिये वांछित था और न ही उसके खिलाफ कोई मुकदमा ही दर्ज किया गया था। फिर भी भदोही कोतवाल ने आजम को गिरफ्तार करके वाहवाही लूट ली। जबकि वह तो उसी छेड़ीबीर मोहल्ले में कई दिनों से घूम रहा था। आईये बताते हैं कि 19 जूलाई को क्या हुआ था।

सूत्रों की मानें तो 19 जुलाई की देर शाम शातिर अपराधी आजम शराब के नशे में धुत था। उसे खुद ही अपना होश नहीं था। शराब के नशे में धुत आजम ठेले पर अंडे की दुकान लगाये एक दुकानदार को मार रहा था। आसपास कई लोग थे, लेकिन किसी की हिम्मत नहीं हो रही थी कि वह उस गरीब अंडे वाले को बचा ले। लोग जानते थे कि यदि कोई बचाने गया तो अंडे वाले की जगह आजम का शिकार वहीं बन जायेगा। उसी दौरान पुलिस 100 का एक वाहन भी गुजरा। मारपीट देखकर वाहन थोड़ी देर ठिका किन्तु जब देखा कि अंडे वाले को मारने वाला शातिर अपराधी आजम है तो पुलिस की गाड़ी आगे बढ़ गयी।

लोगों का कहना है कि थोड़ी देर बाद ही कोतवाल भदोही की गाड़ी वहां पहुंची और नशे में बुरी तरह धुत अर्धचेतन की अवस्था में आजम को पकड़ लिये। अब आजम के मारपीट की सूचना किसी आम जागरूक आदमी ने दी या पुलिस 100 के सिपाहियों ने यह कहना मुश्किल होगा। यदि गौर करें तो आजम की गिरफ्तारी के बाद पुलिस का यहीं बयान था कि प्रार्थना पत्र पड़ा है और मुकदमा दर्ज किया जायेगा, लेकिन वह प्रार्थना पत्र किसने और किस घटना को लेकर दिया था। इसे पुलिस ने किसी मीडिया को भी नहीं बताया।

यदि आजम की गिरफ्तारी के समय का फोटो देखा जाय तो वह एकदम नशे में धुत दिख रहा है। यानि आजम कोतवाल भदोही नवीन तिवारी के हाथों आसानी से लग गया और उन्होंने वाहवाही लूट ली। लेकिन जिन घटनाओं के खुलाशे के लिये नवीन तिवारी को भेजा गया है उसका खुलाशा कब तक होगा यह अधर में ही है।

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