भदोही। सुरियावां स्टेशन पर कामायनी एक्सप्रेस के ठहराव के लिए जिस प्रकार से भदोही सांसद और विधायक द्वारा जो राजनीतिक प्रचार किया जा रहा है, यह कितना उचित है ? जबकि जमीनी हकीकत देखी जाय तो भदोही जिले में सुरियावां स्टेशन जिले के मध्य लगभग सैकड़ो गांव के लोगों के यातायात के लिए मुख्य केंद्र है । मूलभूत सुविधाओं को देखा जाए तो माननीय विधायक और सांसद आज तक एक रिजर्वेशन काउंटर नहीं दे सके और आज जब रेल मंत्रालय ने ट्रायल बेस के लिए कामायनी के ठहराव के लिए एक छोटी पहल की तो सांसद और विधायक अपने कर्मो पर पर्दा डालने के लिए भोली भाली जनता को भ्रमित कर रहे हैं।
सुरियावां स्टेशन पर आज कितनी मूलभूत सुविधावों की कमी है ये सभी को पता है वहाँ पानी पीने के लिए एक प्याउ नहीं है। हैंड पम्प है तो वह भी पूरे साल में 10 महीने खराब ही रहता है । रात में कोई यात्री यदि वहाँ ठहरे तो उनको ठहरने के लिए न तो उचित वेटिंग रूम है न सुरक्षा की उचित व्यवस्था है । इस मामले में सांसद और विधायक क्यों नहीं सोचे।
सुरियावां स्टेशन पर प्रकाश की भी कोई उचित व्यवस्था नहीं है । सुरियावां स्टेशन का प्लेटफार्म लगभग ढेड़ किलोमीटर लंबा है उस पर आज तक सोलर लाइट नहीं लगा पाए जबकि सांसद कोटे से कितने सोलर लाइट पास हुए है जिसका खुलासा ‘हमार पूर्वांचल’ कर चुका है ।
राजनेताओं का काम ही राजनीति करना है। सांसद और विधायक भी करें, लेकिन कामायनी को लेकर राजनीति के बजाय मूलभूत सुविधाओं के बारें में भी सोंचे।