रिपोर्ट-हिमांशु विश्वकर्मा
जौनपुर। जनपद जौनपुर के थाना मड़ियाहूं क्षेत्र स्थित ग्राम अम्बरपुर में बीते 25 अप्रैल को ग्राम वासी तिलकधारी सिंह की पत्नी राजकुमारी सिंह कुछ समय से बीमार थी लेकिन 25 अप्रैल को उनकी हालत अधिक खराब हो गयी तो पति उन्हें उपचार के लिए जौनपुर जिला अस्पताल लेकर आया, यहाँ पर सरकारी अस्पताल में चिकित्सक अपनी जिम्मेदारी भूल कर मानवता को शर्मसार किया। मरीज को न तो भर्ती किया एवं न ही बेड अथवा दवा तक दिया परिणाम स्वरुप राजकुमारी सिंह की मौत हो गयी।
पत्नी की मौत के बाद तिलकधारी सिंह उसे लेकर रोते विलखते दोपहर को फिर अपने गाँव अम्बरपुर पहुंचे गांव के लोग भी कोरोना संक्रमण से मौत बताकर तिलकधारी के घर नहीं गये। अब तिलकधारी सिंह को अपने मृतक पत्नी के शव के दाह संस्कार की चिंता हो गयी जब गांव का कोई संकट की घड़ी में उनकी मदद के लिए नहीं आया तो वह खुद ही शव को अकेले साइकिल पर लाद कर शमशान घाट की ओर लेकर चल दिये लेकिन गांव के लोगों ने अन्धविश्वास के कारण यहाँ भी मानवता को शर्मसार किया लोगों ने लाश को जलाने से रोक दिया। इसके बाद तिलकधारी लाश को सड़क पर रख कर विलख रहा था।
इस घटना की खबर लगते ही थाना प्रभारी मड़ियाहूं मुन्ना राम घूसिया पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे और शव को लेकर जौनपुर स्थित रामघाट भेज कर दाह संस्कार कराकर पुलिस के मानवीय चेहरा दिखाया।