भदोही। सरकार लोगों की शिकायत के त्वरित निस्तारण के लिए जहां आईजीआरएस का एक सरल माध्यम उपलब्ध कराया है वही विभागों में बैठे अधिकारी और कर्मचारी अपने ढीले रवैये व लापरवाही से बाज नही आ रहे है।
जानकारी के मुताबिक डीघ ब्लाक के एक गांव में एक व्यक्ति ने आईजीआरएस के माध्यम से 13 जून को शिकायत किया था। जिसमें 28 जून को नियत तिथि निर्धारित की गई थी। लेकिन अभी तक उस शिकायत पर कोई कार्यवाही नही हुई। जबकि आनलाइन शिकायत 13 जून को डीघ ब्लाक के सम्बन्धित अधिकारी को प्रेषित कर दी गई है। अब सवाल यहां यह बनता है कि सिस्टम द्वारा निर्धारित नियत तिथि तक कोई कार्यवाही न करना या इससे जुडी कोई भी जानकारी शिकायतकर्ता को न देना कितना सही है? यदि इसी तरह की अधिकारियों द्वारा आईजीआरएस को मजाक बनाया जायेगा तो सरकार के मंशा के अनुरूप कार्य होना असंभव है। और दूसरी बात ऐसे ही मामले में उलझकर आम नागरिक भी परेशान है।