रेपोर्ट : विस्वजित
योगी सरकार ने भले ही अवैध खनन पर रोक लगा दी हो किन्तु वास्तविकता में ऐसा नहीं हो रहा है। इतना अवश्य है कि यह कानून पुलिस के लिये अवैध कमाई का जरिया बन चुका है। पुलिस को सुविधा शुल्क देकर जेसीबी मशीनें धरती का सीना लगातार चीर रही हैं किन्तु भदोही का जिला प्रशासन मौन व्रत ले चुका है।
बता दें कि भदोही जिले के कई स्थानों से जेसीबी द्वारा मिट्टी खनन करके बेचा जा रहा है। भदोही कोतवाली क्षेत्र में भी कई जगहों पर ऐसा खुलेआम हो रहा है। कोतवाली क्षेत्र के रजपुरा पुलिस चौकी के अंतर्गत रामरायपुर गांव के आगे बढ़ने पर मोरवा नदी का किनारा आता है। यहां पर बड़े पैमाने पर सरकारी जमीन है। इस जमीन पर अब अवैध खनन करने वालों का कब्जा हो गया है।
प्रदेश सरकार भले जेसीबी द्वारा मिट्टी खनन पर रोक लगा दी हो किन्तु इस कानून का पालन करने वाले खुद ही कानून की धज्जियां उड़ा रहे हैं। सूत्रों का कहना है कि खाली पड़ी सरकारी जमीनों पर मिट्टी खनन करके बेचने वाले स्थानीय पुलिस से सांठ गांठ कर लेते हैं उसके बाद उन्हें रोकने टोकने वाला कोई नहीं होता है।
अवैध मिट्टी खनन का कार्य कई जगहों पर बड़े पैमाने पर हो रहा है किन्तु मोरवा नदी के किनारे की जगह पर दिन को ही खुलेआम जेसीबी धड़धड़ा रही है। जब हमार पूर्वांचल के रिपोर्टर ने जेसीबी चलाने वाले से पूछा कि इस तरह मिट्टी खनन करना अपराध है तो उसने कहा कि हमें पुलिस का संरक्षण मिलता है। पुलिस को सुविधा शुल्क देने के बाद कोई बोलने वाला नहीं रहता है। यदि कोई अधिकारी इस तरफ दौरा करने भी आता है तो उसकी सूचना पुलिस वाले खुद ही दे देते हैं और जेसीबी को छुपा दिया जाता है।