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गोपीगंज : बड़े बाबा शिव मंदिर की जमीन पर अवैध कब्जे की साजिश

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मंदिर परिसर से देकर अवैध कब्जा
प्लाटिंग करने वालों ने अपने प्लाट का रास्ता मंदिर परिसर से देकर अवैध कब्जा करने में लगे हैं।

अरूण कुमार मिश्रा

गोपीगंज बड़े बाबा शिव मंदिर की जमीन पर अवैध कब्जे की साजिश
धार्मिक स्थलों का निर्माण पहले लोगों की भलाई और धार्मिक तथा सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन व आमलोगों के हित के लिये किया जाता रहा है। पहले ऐसे धार्मिक स्थलों के लिये लोग जमीन दान देते थे ताकि वहां जनहित के लिये निर्माण किया जा सके, लेकिन उन महान पूरखों को शायद यह नहीं पता होगा कि आने वाली पीढ़ियां उनकी संजोई गयी धरोहरों पर कब्जा करके अपने स्वार्थ की पूति करेंगी। देखा जा रहा है सैकड़ों व हजारों विस्वा जमीन धार्मिक स्थलों के नाम पर कर दी जाती थी, लेकिन आज के इंसान की जो मानसिकता बन गयी है उसके तहत उन जमीनों पर धड़ल्ले से अतिक्रमण किया जा रहा है और उससे जुड़े ट्रस्ट और संस्थायें चुप्पी साधकर भ—माफियाओं को संरक्षण दे रहे हैं।

ऐसा ही एक मामला भदोही जनपद के गोपीगंज स्थित बड़े बाबा शिव मंदिर का है, जहां पर श्रद्धालुओं की अटूट आस्था है। भगवान श्रीराम के पूर्वज महाराज शिवि द्वारा निर्मित इस मंदिर की 18 बीघा 15 विस्वा जमीन भू—माफियाओं को खटक रही है जिसमें साजिश के तहत अवैध कब्जे की तैयारी में लगे हैं।

बता दें कि सन् 2000 में शिव मंदिर की जमीन का सीमांकन किया गया था। सीमांकन के पश्चात जो जमीन चिन्हित की गयी उसकी सीमा पर पिलर का निर्माण करके मंदिर के जमीन की सीमा रेखा तय कर ली गयी, लेकिन भू—माफिया उसे ​हड़पने की की नई साजिश बना लिये हैं।

मंदिर की बाउण्ड्रीवाल के पिलर को मिट्टी से पाटकर अवैध कब्जा करने वाले कर रहे प्लाटिंग
मंदिर की बाउण्ड्रीवाल के पिलर को मिट्टी से पाटकर अवैध कब्जा करने वाले कर रहे प्लाटिंग

मंदिर की जमीन के दक्षिणी छोर पर कुछ लोगों द्वारा प्लाटिंग का कार्य करके न सिर्फ मंदिर की जमीन को कब्जा करने का प्लान बनाये हैं, बल्कि भविष्य में उन लोगों के लिये भी कांटे बो रहे हैं जो अपनी मेहनत की गाढ़ी कमाई उनके प्लाट को खरीदकर खर्च करेंगे।

गौरतलब हो कि प्लार्टिग करने वाले अपने प्लाट का रास्ता उसी रास्ते को दिखा रहे हैं जो मंदिर परिसर का रास्ता है। मंदिर के द्वारा निर्मित पिलर के अंदर तक भूमाफिया न सिर्फ अपना संपर्क मार्ग बना लिये हैं बल्कि उसपर बिजली के खंभे भी गाड़ दिये हैं।
सोचने वाली बात है कि यदि निर्धारित सीमांकन पर भविष्य में मंदिर का ट्रस्ट बाउण्ड्री वाल बनाने की कोशिस करेगा तो यहीं भू—माफिया अपने निर्माण को दिखाकर मंदिर की जमीन पर से ही रास्ता मांगेगे और बाउण्ड्री वाल के निर्माण पर रोड़ा अटकाने का प्रयास करेंगे।

मंदिर की बाउण्ड्रीवाल के पिलर को मिट्टी से पाटकर अवैध कब्जा करने वाले कर रहे प्लाटिंग
मंदिर की बाउण्ड्रीवाल के पिलर को मिट्टी से पाटकर अवैध कब्जा करने वाले कर रहे प्लाटिंग

जब इस मामले मंदिर के सचिव से बात की गयी तो उन्होंने बताया कि इस स्थल की देखरेख के लिये एक ट्रस्ट भी बनाया गया है। जिसके संरक्षक वर्तमान चेयरमैन प्रह्लाददास गुप्ता और अध्यक्ष पूर्व चेयरमैन आशाराम गुप्ता है। इस मामले में संरक्षक से जानकारी लेने पर साफतौर पर पल्ला झाड़ लिया गया। प्रह्लाददास गुप्ता ने बताया उनका मंदिर के ट्रस्ट से कोई लेना देना नहीं है, उनका नाम लोगों ने खुद ही डाल दिया है।

कितनी हास्यापद बात है कि गोपीगंज नगर के चेयरमैन का दायित्व संभालने वाले एक जिम्मेदार व्यक्ति इस तरह का बयान दे रहे हैं। उनका नाम यदि मंदिर के एक बोर्ड पर अंकित है और वह उनकी निगाह में नहीं है, वे खुद को यदि किसी भी मामले से अनभिज्ञ बता रहे हैं तो उनका यह कितना गैरजिम्मेदाराना बयान है।

मंदिर की जमीन पर हो रहे अतिक्रमण के संबंध में क्या प्रशासनिक अधिकारियों को जानकारी नहीं है, क्या जनप्रतिनिधि इससे अनभिज्ञ हैं। यहि हां! तो सोचिये कि जिले में हो रहे गलत कार्यों को बढ़ावा कौन दे रहा है। क्या अधिकारी और जनप्रतिनिधि बिना किसी कारण के अपनी जबान बंद किये हैं या फिर कोई और कारण है इसका जवाब आम जनता को खुद पूछना चाहिये, क्योंकि विकास कार्यो पर होने वाले खर्च किसी की जेब से नहीं बल्कि आम जनता के टैक्स से होते हैं।

आगे पढ़िये : पिछले दिनों हमारी टीम जब बड़े बाबा शिव मंदिर पर दर्शन करने गयी तो देखा कि यदि इस मंदिर पर सरकार ध्यान दे तो इसे एक भव्य पर्यटन स्थल के रूप में विकसिकत किया जा सकता है जो जनपद की गरिमा बढ़ाने के साथ गोपीगंज के लोगों के रोजगार का एक बड़ा माध्यम भी बन सकता है। वहीं पर्यटन विभाग द्वारा किये जा रहे कार्यों पर नजर डाली गयी तो देखा गया कि यहां बड़े पैमाने पर मिलीभगत करके भ्रष्टाचार किया जा रहा है जो सरकार की योजनाओं का पलीदा निकल रहा है। हर बिन्दु पर हमने खोज करके एक रिपोर्ट तैयार किया है, जिसे क्रमवार प्रकाशित किया जायेगा। इसके साथ ही उचित माध्यम से जिम्मेदार लोगों से लिखित शिकायत की जायेगी। कुछ जिम्मेदारी मैं निभा रहा हूं, कुछ आप निभायें। रिपोर्ट : अरूण कुमार मिश्रा