भदोही लोकसभा चुनाव में इस बार केवल एक दर्जन प्रत्याशी ही मैदान में है। वैसे इस बार नामांकन तो 32 लोगों ने किया जिसमें केवल 12 के ही पर्चे वैध पाये गये बाकी 20 प्रत्याशी तो बिना चुनाव के ही मैदान से बाहर हो गये। हालांकि पर्चा खारिज होने को लेकर प्रत्याशियों ने इसे साजिश करार दिया। लेकिन कुछ भी हो अब तो केवल 12 प्रत्याशी मैदान में है। यदि प्रत्याशियों की बात की जाए तो सभी दलों के नये प्रत्याशी मैदान में है केवल एक दल को छोडकर वह पुर्वांचल क्रांति दल है जिसके प्रत्याशी रामसखा त्रिपाठी है।
रामसखा त्रिपाठी चुनावों में अपनी उपस्थिति दर्ज कराते है भले ही कुछ खास प्रदर्शन नही कर पाते। रामसखा भदोही जिले के झौवा गांव के है जो अपनी अलग पहचान के लिए जाने जाते है। पिछले चुनाव में रामसखा को 43 सौ मत मिला था और 14 प्रत्याशियों में नौवें स्थान पर रहे।
भाजपा ने पिछले चुनाव में वीरेन्द्र सिंह को, बसपा ने राकेशधर त्रिपाठी को, सपा ने सीमा मिश्रा को जबकि कांग्रेस ने सरताज इमाम को अपना प्रत्याशी बनाया था लेकिन इस बार भदोही से सभी दलों ने अपने दल से नये चेहरे को मौका दिया है। जिसमें भाजपा ने रमेश बिन्द को, सपा-बसपा ने रंगनाथ मिश्रा को और कांग्रेस ने रमाकान्त यादव को मैदान में उतारा है। अब देखना है कि जीत का सेहरा किसके सिर बंधता है?
शासन व प्रशासन के तरफ से अधिक से अधिक मतदान करने के लिए मतदाता जागरूकता कार्यक्रम चलाया जा रहा है। भदोही में 2009 में 43.39% और 2014 में 53.53% मतदान हुआ था और इस बार के चुनाव इस आंकडे से ज्यादा मतदान होना चाहिए।