करीब एक दशक से युएन में लम्बित मामला जिसमें अजहर मसूद को अन्तर्राष्ट्रीय आतंकवादी घोषित करने के लिए भारत विश्व के देशों से समर्थन जुटा रहा था लेकिन चीन की चालबाजी से कई बार मसूद को इससे लाभ मिला और वह अन्तर्राष्ट्रीय आतंकवादी घोषित होने से बचता रहा।
लेकिन बुधवार को भारत की कूटनीतिक जीत मिली जब चीन ने भी अजहर मसूद को अन्तर्राष्ट्रीय आतंकवादी घोषित करने के पक्ष में सहमति दी। इस से पाकिस्तान को एक और झटका लगा कि वह हर बार आतंकवादियों को बचाने के लिए एक नई चाल चलता था। अब अजहर मसूद की सारी सम्पत्तियों, यात्राओं व सुविधाओं अन्तर्राष्ट्रीय कानून के अन्तर्गत मानना पडेगा।अब आतंकवाद को सह देने वालों को भी समझ में आ जायेगा। भारत के इस प्रयास से विश्व के देशों ने सहमति देकर भारत की एक कूटनीतिक चालीको सफल बनाया है।
मोदी सरकार द्वारा देश में जम्मू कश्मीर के अलगाववादी नेताओं की सुरक्षा व सुविधा को वापस लेने से उनके बुरे शुरू हो गये। वही अजहर मसूद को अन्तर्राष्टीय स्तर पर बेकनाब करना किसी बडी कामयाबी से कम नही है।