मुम्बई। अंधेरी 8 राज्यो से अलग-अलग क्षेत्र में अपना योगदान देने वाले महाविभूतोयों को आनंदश्री आर्गेनाईजेशन की तरफ से सम्मानित किया गया। मुख्य अतिथि के रूप में उत्तरप्रदेश से आये मा. मुख्यमंत्री जी के पी.ए. डॉ आशीष बी गुप्ता ( आय एस ऑफिसर ), वरिष्ठ संगीतकार दिलीप सेन, चिकित्सा क्षेत्र में अपना परचम लहराने वाले डॉ संदीप सिंह जी, फिल्म एक्ट्रेस डॉ पूजा गुप्ता, पत्रकार अखिलेश सिंह तथा मॉडल भूमिका शर्मा उपस्थित थे।
महाराष्ट्र के अलग-अलग जिल्हों से एवं गुजरात, बिहार, उत्तरप्रदेश, राजस्थान, छत्तीसगढ़ तथा उड़ीसा से पुरस्कारणार्थी उपस्थित थे। नीलकंठ व्यापारी ( मुरबाड- शिक्षा क्षेत्र में योगदान ), जयश्री( माई ) सवर्डेकर- महिला एवं बाल विकास), संगिता गुरव- उद्योग, स्मिता दुसाने- सामाजिक, प्रशांत तुकाराकिम माली (शिक्षा क्षेत्र ) रेशमा अनिल जगताप( महिला सशक्तिकरण पर कार्य) पुष्पा भगवान बोरसे-समाजक्षेत्र में उल्लेखनीय कार्य भाग्यश्री वठारे- स्पर्धा परीक्षा शिक्षा में उल्लेखनीय कार्य पल्लवी प्रमोद फड़नीस साहित्य क्षेत्र, प्राध्यापक सचिन वाडेकर, पुणे में शिक्षा क्षेत्र में कार्यरत, डॉक्टर संतोष कांबळे उर्फ एस के जी (आध्यत्मिक और सामाजिक), दीनदयाल मुरारका ( साहित्य पत्रकारिता और उद्योग), विकल चौरसिया (सोलर और इलेक्ट्रिक वेहिकल ) श्रीमती डॉ मनीषा यादव (साहित्यिक, अध्यात्मिक) सुनील प्रमोद वागले- शिक्षा क्षेत्र में उल्लेखनीय कार्य डॉ आशीष गुप्ता (सामाजिक कार्यकर्ता एवं दानवीर कर्ण) कृष्ण कुमार द्विवेदी छत्तीसगढ़ से डॉ. राकेश वैद – विश्वविक्रमी, डॉ.विनय दांडेले साहित्य चित्र में उल्लेखनीय कार्य, डॉ.सुरेश रामचंद्र गोरेगांवकर भोर चिकित्सा और सामाजिक क्षेत्र में उल्लेखनीय कार्य, डॉ मिहिर कुमार पांडा- विज्ञान क्षेत्र में उल्लेखनीय कार्य, डॉ राजेश को क्रय चिकित्सा क्षेत्र में उल्लेखनीय कार्य सुरभि धर्मटी, प्रिंटिंग में उल्लेखनीय कार्य, प्रदीप डूगर नेपाल उद्योग में उल्लेखनीय कार्य माननीय स्मिता लक्ष्मीकांत मोहरीर- कला क्षेत्र में उल्लेखनीय कार्य श्रीप्रकाश जालूका शिक्षा क्षेत्र में उल्लेखनीय कार्य, डॉ.लक्ष्मी उमेश भारती- शिक्षा क्षेत्र में उल्लेखनीय कार्य, एक्ट्रेस डॉ पूजा गुप्ता- सिनेमा क्षेत्र में योगदान , माननीय महाडिक वसंत प्रमोद शिक्षा क्षेत्र में उल्लेखनीय कार्य, राउत सतेंद्र सांगप्पा( उस्मानाबाद में साहित्य एवं शिक्षा क्षेत्र में उल्लेखनीय कार्य ), डॉ प्रशांत सिंघल – बच्चों के सर्वांगीण विकास शिक्षा के लिए विशेष योगदान दिपक ठाकरे समाज सेवा में उल्लेखनीय कार्य आकाश ईश्वर जाधव युवा समाज सेवी, राजश्री रमेश भगत वरिष्ठ समाजसेवी, डॉ मधु शर्मा बच्चों के सर्वांगीण विकास शिक्षा में योगदान, श्रेयश्री श्रीकांत गोड़ाम्बे- शिक्षा क्षेत्र में योगदान, अमित नायाब युवा समाजसेवी गोपाल दिनकर म्हात्रे- महिला सशक्तिकरण में योगदान, डॉक्टर पंकज साहू – गुजरातशिक्षा क्षेत्र में विशेष योगदान, डॉ. गिरीश जट्ट के सामाजिक क्षेत्र में शिक्षा क्षेत्र में शिक्षा के क्षेत्र में विशेष योगदान, डॉ. अंजलि केवल चिकित्सा क्षेत्र में विशेष योगदान, श्रीमती रागिनी यादव शिक्षा क्षेत्र में विशेष योगदान, इंजीनियर मोहम्मद फैजल-शिक्षा क्षेत्र में योगदान, स्मिता जयंत इंगले – उद्योग, प्रदीप गोविंद सावंत- उद्योग, समाज एवं शिक्षा, दुराजी शिंदे- शिक्षाक्षेत्र, डॉ- सुनील धनगर- समुपदेशक हरिचंद्र ढवले सामाजिक क्षेत्र में उल्लेखनीय कार्य, सौ. नीता चपले – खेल क्षेत्र में विशेष योगदान, बी किरण विश्वनाथ – समाजसेवी, प्रिंस मेहरा-पर्यावरण रक्षक, डॉ रमेश खेमू राठौड़ न्याय क्षेत्र में विशेष कार्य, डॉ रमणीक एस लंगूरे-शिक्षा क्षेत्र, पूजा पांडे- शिक्षा, सुमन मिश्रा -पत्रकारिता , दीपक तिवारी- स्पर्धा परीक्षा में योगदान बाफना चंदनमल बंदुलाल- पर्यावरण एवं शिक्षा
नीता अनिल निकम- चिकित्सा आदि। सभी विभूतियों को प्रशस्तिपत्र एवं सम्मानचिह्न देकर विशेष अतिथियों द्वारा सम्मानित किया गया। प्रोफ. दिनेश गुप्ता- आनंदश्री का सम्मान दिनदयाल मुरारका जी द्वारा पूरस्कार देकर किया गया।
यह समारोह अंधेरी के ओशिवारा पोलिस स्टेशन स्थित व्यंजन बैंकेट ए सी हॉल में आयोजित किया गया। इसी प्रोग्राम में ग्लोबल कॉनकॉर्ड वर्चुअल यूनिवर्सिटी द्वारा कॉन्वोकेशन का भी आयोजन था साथ ही साथ 10 विश्वरीकोर्ड बनाने वाले विशविक्रमियों को भी ओ एम जी बुक ऑफ रिकॉर्ड से सम्मानित किया गया। विशेषतः जिसमें आठ वर्षीय समृद्धि शांतनु गुप्ता है जिन्होंने पोस्टकार्ड के एक साइड पर 6040 बार ओम लिख कर नया कीर्तिमान स्थापित किया। ऐसे अनेक विभूतियां समानित हुई। पूरे कार्यक्रम का सूत्र संचालन डॉ योगेश जोशी द्वारा किया गया। पूरा हॉल अवार्डी, उनके परिवार, शुभचिंतको तथा मीडिया से खचाखच भरा हुआ था। प्रोफ दिनेश गुप्ता – आनंदश्री ने ” लीडरशिप माइंडसेट 2020 ” पर नेतृत्व के दस सिद्धांत पर भी व्यख्यान दिए। अंत मे राष्ट्रीय गीत के साथ कार्यक्रम का समापन किया गया।