Home भदोही अपनी कर्मठता से इन्द्रदेव पाल ने बनाया मुकाम

अपनी कर्मठता से इन्द्रदेव पाल ने बनाया मुकाम

bhadohi

पूंजीवादी व्यवस्था के खिलाफ संघर्ष करने के अपने माद्दा का दुनिया में ख्याति स्थापित कर चुकी कम्यूनिष्ट पार्टी के कामरेड कार्यकर्ताओं का जोश कालीन नगरी में भी उबाल मारता रहता है। किसान मजदूरों के मुद्दों को लेकर एक बार फिर कम्यूनिष्ट के अनुवांशित संगठन अखिल भारतीय किसान सभा 9 अगस्त से तहसील स्तर से जेल भरो आन्दोलन की तैयारी में जुट गयी हैं मंगलवार को भाकपा नेताओं ने खुद आंदोलन से संबंधित लोगों में पर्चे बांटते दिखे। पर्चे में केन्द्र सरकार की क्रियाप्रणाली से किसानों की हुई कथित बदहाली की जिक्र है। किसानों के हित में आठ मांगे लेकर जेल भरो आंदोलन की रूपरेखा तय की गयी है।

कम्यूनिष्टों के जेल भरो आन्दोलन को सफलता मिलती है अथवा नहीं यह उतनी महत्वपूर्ण बात नहीं है। महत्वपूर्ण की कामरेडों की संघर्षशीलता हैं जिसमें आजतक कमी नहीं आयी। भदोही में कम्यूनिष्टों की बात हो और कामरेड एवं भाकपा के ​वरिष्ठ नेता पिपरीस निवासी इन्द्रदेव पाल का नाम न आये तो यह उनके समर्पण का अपमान होगा। जिसे उन्होंने गरीब मजदूरों के हित में वामपंथ के संघर्ष को समर्पित किया है।

भदोही तहसील
भदोही तहसील पर पर्ची बांटते भाकपा नेता

भदोही पिपरीस दून का पुरा के गरीब परिवार में जन्में इन्द्रदेव पाल का छात्र जीवन ही गरीबों के हो रहे शोषण का प्रतिवाद करते आगे बढ़ा। धीरे धीरे उनमें कम्यूनिष्ट विचारधारा घर करती गयी। समय के साथ श्री पाल भदोही अंचल के लिये कम्यूनिष्ट का एक बड़ा हस्ताक्षर होते गये। पूंजीवादी व्यवस्था के खिलाफ संघर्ष के साथ उन्होंने निजी जीवन को भी शून्य से शिखर तक पहुंचाया। वह भी कम अनुकरणीय नहीं हैं वामपंथी संघर्ष की राजनीति करते हुये श्री पाल परिपालन के लिये भारतीय जीवन बीमा निगम से जुड़कर एक साथ दो काम करने लगे। दोनों में समानता यह कि जिले में कम्यूनिष्ट को मजबूत करने के लिये जिस तरह उन्हें भ्रमण की जरूरत थी। ठीक वैसी ही आवश्यकता जीवन बीमा की पालिसी के लिये भी।

श्री पाल की इसे जीवटता ही कहेंगे कि अपने संघर्ष के बूते वे खुद को एलआईसी के शीर्ष कमाउ अभिकर्ता के शिखर पर स्थापति किया। बड़े बेटे को पढ़ा लिखाकर बैंक अफसर बना दिया। छोटा बेटा अखिलेश प्रकाश पाल अनेक सामाजिक संगठनों से जुड़ता आगे बढ़ता अपने कद को एलआईसी अभिकर्ताओं में वहां पहुंचा लिया जहां धन और शोहरत आगे पीछे चलती है। इतना ही नहीं अभी विगत माह ही सुरियावां विकास खण्ड से अन्यत्र स्थाना​न्तरित हुई खण्ड विकास अधिकारी उषा पाल इन्द्रदेव की पुत्री और अखिलेश पाल की बहन है।

Leave a Reply