कल्याण : पूर्व के चक्कीनाका स्थित गुणगोपाल मंदिर परिसर के बगल पिछले चार दिनो से हो रहे श्री रामकथा बरसात में जो कि पूज्यपाद रामानन्दाचार्य स्वामी रामभद्राचार्य जी के मुखारबिन्दु से बरस रहा है उसमे तकरीबन 8000 से भी अधिक श्रद्धालुजनो का श्री राम कथा श्रवन हेतु भीङ जुट जाता है हर रोज 4 बजे से रात के तकरीबन 8 बजे तक जहां रात 10 बजे तक अन्य गायक वादक गणो के द्वारा संगीतमय गायन भजन पाठ आदि भी होते रहते है।
बता दें कि 29 दिसंम्बर की शाम यजमान सभाजीत मिश्रा एवं लालजी तिवारी तथा श्री राघव सेवा संस्था के सभी सदस्यगणो के आग्रह पर भगवान राम लक्षमण सीता के साथ निषादराज एवं केवट का प्रसंग का श्रवण लाभ मिला। जिसमें केवट भगवान राम को देखते ही मन ही मन से भगवान से गुहार लगा रहा है कि
राघव हो राघव हो, आव हो आव हो जग के नाव के खेवईया, तुम बिन सूनी मोरी नैंया, आव हो आव हो….
इसके बाद भगवान राम का पांव पखारता है जिस क्रम में
अति आनंद उमगि अनुरागा।
चरण सरोज पखारण लागा।।
आदि से अभिभूत हो जाता है। तत्पश्चात भरत जी का आगमन की सूचना मिलती है
भरत आए चित्रकूट हो रामा,
राम को मनाने।
राम को मनाने सीताराम को लिवाने, लखन को आए रिझाने हो रामा।।
राम को मनाने, भरत आए चित्रकूट हो रामा, राम को मनाने….
इसके बाद भगवान राम ने भरत को अपनी चरणपादुका देकर अवध की सुरक्षा पर भी ध्यान रखने की सलाह देते हुए उन्हे आशिर्वाद दिए।
गौरतलब हो कि इन सभी प्रसंगो से कथा में सम्मिलित श्रोता जन सराबोर होते रहे जिन सबका समापण आरती के साथ हुआ।
जानकारी के अनुसार 30 दिसंम्बर को सुन्दरकांड से संबंधित प्रसंग होने की सूचना मिली है जिसमें रविवार के छुट्टी के दिन होने की वजह से तकरीबन 10000 से भी अधिक भीङ जुटने की संभावनाँए है।