भगवान शिव की नगरी काशी और तीर्थों के राजा प्रयागराज, जगतजनननी मां विन्ध्यवासिनी के पांव पखारती मां गंगा और मां शीतलाधाम की सुरक्षा कवच में रामायण और महाभारत की पौराणिक कथाओं की पावन धरती ने अपने जीवनकाल
में कई उतार चढ़ाव को समेटे हुये है। इसी भदोही से भर राजाओं के अत्याचारों का दास्तान और ब्राह्मण की रक्षा के लिये अपने सर्वस्व को लुटा देने की गौरव गाथा भी जुड़ी हुई है। भदोही से मुगल वंशजों का इतिहास सिर्फ विश्व में अपनी कला की ख्याति बिखेर रहे कालीन ही नहीं हैं, वरन भर
राजा से भदोही को मुक्ति दिलानें में राजपूत राजा के सहयोग का इतिहास भी रहा है।
उसी ऐतिहासिक और पौराणिक मां सीता की शरणस्थली भदोही में अब सामाजिक ताने बाने को जोड़ने की बात नहीं हो रही है। आपसी एकता और भाईचारे को मजबूत करने की पहल नहीं हो रही है, बल्कि जाति के नाम पर जहर बोकर अपनी राजनीतिक रोटी सेंकने के लिये सत्ता की क्षुधा को शांत करने की कवायद शुरू हो गयी हैं। क्योंकि यह चुनाव है और चुनाव में विकास के मुद्दे गौड़ हैं। भदोही में शिक्षा, स्वास्थ्य, रोजगार की बात फीकी हो गयी है, बल्कि चर्चा यह है कि कौन दलितों और पिछड़ों का बड़ा नेता है, यह साबित करने की
कोशिस की जा रही है।
जो जागरूक नहीं हैं और जिन्हें भदोही का इतिहास भी नहीं पता है उन्हें यह याद दिलाया जा रहा है कि उनके उपर अत्याचार हो रहा है। जबकि ऐसे नेताओं के भाषणों पर ताली बजाने वालों को यह भी पता नहीं है कि क्या उनके उपर
वास्तव में अत्याचार हो रहा है। आपसी एकता को भूलकर ब्राह्मणों कोलग रहा है कि दलित उनके दुश्मन हैं, पिछड़ों कोलग रहा है कि सवर्ण उनके दुश्मन हैं। मुस्लिमों को लग रहा है कि हिन्दू उनके दुश्मन हैं, लेकिन वर्षों से चली आ रही एकता की भावना किसी को दिखायी नहीं दे रही है।
खैर हम बात कर रहे थे पिछले दिनो पटल पर आए एक वीडियो की । जिसमे भाजपा प्रत्याशी रमेश बिंद भदोही जिले के बिंद नगर में आयोजित एक स्वजातीय कार्यक्रम में किसी बिंद के साथ पोलिस द्वारा की गई घटना का आरोप लगाकर कहते हैं की उन्होने थाना फूंक दिया । एक बिंद के बदले 100 ब्राह्मण को मारने की बात और अपने नाम की दहशत होने का बखान करते हैं । उस कार्यक्रम में भदोही के भाजपा नेता मदन बिंद, महेन्द्र बिंद, रामरती बिंद सहित तमाम लोग मौजूद थे ।
नोट : अगली कड़ी में हम आपको बताएंगे की किसने और क्यों उस विवादित वीडियो को वायरल किया । एक एक बात पूरे सबूत के साथ । पढ़ते रहिए हमार पूर्वांचल ।
[…] पार्ट -1 भदोही में जातिवाद का जहर क्यों?… […]