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जौनपुर लोकसभा: विरोध के बाद भी नामांकन दाखिल में जाना मजबूरी, डिप्टी सीएम रहे मौजूद

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जौनपुर। छठे चरण के नामांकन के लिए शनिवार को तीसरे दिन कलेक्ट्रेट परिसर में दिनभर गहमा-गहमी का माहौल रहा। प्रमुख दलों समेत कुल आठ प्रत्याशियों ने जौनपुर लोकसभा से नामांकन किया। इस दौरान बीजेपी के निवर्तमान सासंद व उम्मीदवार कृष्ण प्रकाश सिंह उर्फ केपी सिंह ने भी नामांकन किया। केपी सिंह को इस सीट पर दोबारा प्रत्याशी बनाए जाने पर क्षेत्र के बहुत लोगों को नागवार लगी थी और इसका विरोध भी जारी था।

शनिवार को नामांकन मे वही विरोधाभास वालों को मजबूर होकर नामंकन रैली में शामिल होना पड़ा क्योंकि नामंकन प्रतिक्रिया में उत्तर प्रदेश के डिप्टी सीएम डा. दिनेश शर्मा ने शिरकत की।डिप्टी सीएम डा.दिनेश शर्मा की जनसभा कर अपनी ताकत का अहसास कराने का निर्देश था।इसलिए रुठे कार्यकर्ताओं को मनाकर नामंकन में शामिल किया गया। उधर डिप्टी सीएम ने नामांकन जनसभा को सम्बोधित करते अपनी ताकत का अहसास कराते हुए कहा कि अपने-अपने काल में सपा और बसपा के नेताओं और कार्यकर्ताओं ने एक दूसरे के कार्यताओं का उत्पीड़न किया है। इशारों मे उन्होंने गेस्ट हाउस कांड पर भी तंज कसते हुए कहा सपा के लोगों ने बसपा मुखिया समेत कार्यकर्ताओं को सताया है तो कभी बसपा के लोगों ने सपाईयों को मारे हैं। ऐसे में दोनों दलों के नेता भले एक दूसरे से गलबईयां कर रहे है, लेकिन जनता भाजपा के पक्ष में मतदान कर रही है। उन्हें मालूम है कि यह गठबंधन बस जातिगत वोटों को निशाना साधना है।उन्होने कहा कि हम 51% से ऊपर का लक्ष्य लेकर चले उत्तर प्रदेश में अबकी बात 74 पार कर रहे हैं। आज नामांकन प्रत्यक्रिया को देखते हुए कलेक्ट्रेट व आस-पास भारी मात्रा मे फोर्स तैनात रही। नामांकन प्रक्रिया समाप्त होने के बाद प्रचार का घमासान शुरू हो जाएगा। किस दल के कौन स्टार प्रचारक यहां माहौल बनाने आएगा अब समर्थकों के मन में यह जिज्ञासा उठने लगी है।

हम प्रत्याशी नहीं मोदी को वोट कर रहे हैं

पाँच साल सासंद रहे कृष्ण प्रताप सिंह को दोबारा प्रत्याशी बनाए जाने पर हमार पूर्वांचल टीम लोकसभा जौनपुर के क्षेत्रों में भ्रमण करके लोगों से उनका विचार जानने की कोसिस किया। इस दरमियान लोकसभा क्षेत्र के शिवगुलाम गंज, लालाबजार, तेजीबजार, गोसाईगंज, सिकरारा के वोटर से बातचीत की जिसमे सडक़, बिजली, सिचांई के संसाधनों पर चर्चा किया तो लोगों की प्रतिक्रिया यही रहा की क्षेत्र में कम दिखने वाले और विकास कार्यों को दरकिनार किया गया है।

सिकरारा से बरईपार होते हुए तेजीबजार के सडकों का खस्ताहाल बयां कर रही थीं कि शायद सासंद जी कभी इन सड़कों से नहीं गुजरे पर अधिकतर लोगों का कहना था कि विकास क्षेत्र का भले नहीं हुआ इन पाच सालों में हम तो भाजपा को ही वोट देगें जिससे इसबार वर्षो से विकास की मार झेल रही इलाके की सड़कें बन जाए। वहीं बिजली पर लोगों का कहना रहा कि विगत सरकारों में बिजली आने से सिचाई कार्यो में बाधा उत्पन्न होती थी, क्योंकि रात की पारी में सिचाई करते नहीं बनता था। अब अठारह घण्टे कम से कम बिजली मिलती हैं जिससे किसान अपना काम निकाल लेते है,इसलिए हम प्रत्याशी को नहीं देखकर मोदी को वोट कर रहे हैं। अब देखते हैं चुनाव परिणाम मे क्या निकल कर आयेगा।

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