आरोपी डाक्टर अस्पताल बंद करके हुआ फरार
पुलिस ने डाक्टर समेत तीन के विरुद्ध मुकदमा दर्ज कर अस्पताल को किया सीज
जौनपुर। महराजगंज थाना क्षेत्र के एक गांव निवासी एक महिला की गुरुवार की शाम प्रसव के दौरान मौत हो गयी। परिजनों ने झोला छाप डाक्टर व आशा संगिनी समेत तीन पर लापरवाही का आरोप लगाया है। मृतका की सास मुन्नी देवी की तहरीर पर पुलिस ने आरोपियों के विरुद्ध मुकदमा दर्ज कर शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। घटना के बाद आरोपी डाक्टर अस्पताल में ताला लगाकर फरार है।
मिली जानकारी के अनुसार कोल्हुआ गांव निवासी मुन्नी देवी का आरोप है कि उसकी पुत्रबधू निशा देवी (25) पत्नी सुनील को प्रसव पीड़ा हो रही थी। उसने इसकी जानकारी आशा संगिनी मनोरमा देवी को दिया। कमीशन के चक्कर में आशा संगिनी पीएचसी पर ले जाने के बजाय प्रसूता को लोहिन्दा स्थित एक क्लिनिक पर ले गयी। जहां एक सादे कागज पर उसका हस्ताक्षर करवा लिया गया। फिर क्लीनिक में एक डॉक्टर बुलाकर प्रसूता निशा देवी का ऑपरेशन करवा दिया। आपरेशन के बाद प्रसूता की हालत बिगड़ने लगी। इस पर क्लीनिक का डाक्टर घबरा कर प्रसूता को जौनपुर ले जा रहे थे कि रास्ते में निशा देवी की मौत हो गयी।
मौत से घबराए डाक्टर ने शव को घर छोड़कर भाग लिया। जबकि बच्चा स्वस्थ है। मौत की जानकारी होते ही परिजनों में कोहराम मच गया। घर पर ग्रामीणों की भीड़ जुट गयी। परिजनों ने घटना की सूचना महराजगंज पुलिस को दिय। मौके पर पहुंची पुलिस ने अस्पताल को सीज कर दिया। और सास मुन्नी देवी की तहरीर पर छोला छाप डाक्टर एसके खरवार, लक्ष्मी खरवार व आशा संगिनी मनोरमा देवी के विरुद्ध आईपीसी की धारा 304 के तहत मुकदमा दर्ज कर लिया।