रिपोर्टर : शंभुनाथ यादव
मुंबई: शिवसेना संस्थापक स्वर्गीय बाला साहब ठाकरे के दोनों बेटों उद्धव और जयदेव ठाकरे के बीच चल रहा संपत्ति विवाद अब खत्म हो सकता है। उनके बड़े बेटे जयदेव ठाकरे ने बॉम्बे हाईकोर्ट में दायर अपनी याचिका वापस ले ली है। इसमें बाला साहब द्वारा साल 2011 में तैयार वसीयत को चुनौती दिया गया था।
वसीयत में जयदेव को कुछ भी नहीं मिला था। 2012 में बाल ठाकरे के निधन के बाद उनकी वसीयत सामने आई थी, जिसमें जयदेव को कुछ नहीं देते हुए उन्होंने अपनी पूरी संपत्ति शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे को दे दी थी। वसीयत के मुताबिक जयदेव की पत्नी और बेटे को संपत्ति में कुछ हिस्सा जरुर दिया गया था। इसी वसीयत को कोर्ट में चैलेंज किया गया था। याचिका में जयदेव ने कहा था कि वसीयत बनाते वक्त बाला साहब ठाकरे की मानसिक स्थिति ऐसी नहीं थी कि सब कुछ सही-सही बांटा जाए।