जौनपुर/मड़ियाहूं। ग्रामीणांचलो में एक कहावत है कि ‘रिश्तेदार गरीब हों पर गलीच न हों’ ऐसी ही एक कहावत उत्तर प्रदेश के जौनपुर जिले के मड़ियाहूं क्षेत्र में चरितार्थ हुई। जहां अपनी ही बेटी के ससुराल पहुंचकर मायके पक्ष वालों ने कुछ दबंगो के साथ पहुंची अपनी बेटी के वृद्ध ससुर की लाठी-डंडो से जमकर जहां पिटाई की, वहीं काफी देर तक तांडव मचाते रहें।
हालांकि आस-पड़ोस के लोगो के एकत्रित होने के बाद वृद्ध की पिटाई करने वाले भाग खड़े हुए। जाते-जाते बेटी के ससुरालियों को दहेज उत्पीड़न सहित अन्य मुकदमो में फंसाकर जिंदगी बर्बाद करने की धमकी भी देते गये। इस सम्बन्ध में जौनपुर जनपद के मड़ियाहूं कोतवाली क्षेत्र के बारी गांव (नेवादा)-2 निवासी अब्दुल सलाम की पत्नी जाहिरा सुल्ताना ने मुख्यमंत्री सहित राष्ट्रीय महिला आयोग, जिलाधिकारी व पुलिस अधीक्षक जौनपुर को एक शिकायती पत्र भेजकर न्याय की गुहार लगाते हुए, आरोप लगाया है कि उन्होने अपने एकलौते पुत्र मो. अहसन सिद्दीकी उर्फ सीबू की शादी लगभग एक वर्ष पूर्व जौनपुर जनपद के मछलीशहर के मुजार अरूबाबा गांव निवासी मोबिन अहमद की पुत्री नसीमा उर्फ शबाना के साथ की थी। भेजे गये शिकायती पत्र में जाहिरा सुल्ताना ने आरोप लगाया है कि शादी के बाद से ही बहू व उसके परिजन पुत्र पर अलग रहने का बराबर दबाव डाल रहे हैं। जबकि जाहिरा सुल्ताना ने अपने बहू के रिश्तेदारों से यह कहते हुए गिड़गिड़ाते रही कि हम पति-पत्नी के बुढ़ापे का एकलौता पुत्र मो. अहसन सिद्दीकी उर्फ सीबू ही है। लेकिन किसी भी सूरत में बहू के मायके वाले मानने को तैयार नही हैं।
इस मामले को लेकर कई बार बातचीत भी हुई। लेकिन हर बार बहू के मायके वाले पुत्र को अलग करने की जिद पर अड़े रहें। इसी बात को लेकर सोमवार को बहू के मायके वाले मेरे घर पर आये थे। बातचीत चल ही रही थी कि गांव के कुछ दबंग लोगो को बुलाकर बहु के रिश्तेदारों ने मेरे पति अब्दुल सलाम की लाठी-डंडे से पिटाई करने लगे। चीख पुकार सुनकर गांव के लोग पहुंचते तो दबंग वहां से भाग खड़े हुए। जाते समय बहू के मायके वालों ने मेरे पूरे परिवार को दहेज उत्पीड़न सहित अन्य मामलो में फंसाकर जिंदगी बर्बाद करने की धमकी भी देते गये।
हालांकि इस सम्बन्ध में जाहिरा सुल्ताना सिद्दीकी के पति अब्दुल सलाम ने मारपीट के सम्बन्ध में मड़ियाहूं कोतवाली में लिखित शिकायत की है।