उत्तरप्रदेश के भदोही जिले अंतर्गत गोपीगंज में स्थित अति प्राचीन बड़े शिव मंदिर में 251 फीट उंचा त्रिशूल लगाने के लिये काशियाना फाउण्डेशन ने मुहिम की शुरूआत की है। इसके लिये काशियाना फाउण्डेशन के संस्थापक सुमित सिंह ने मुहिम को बल देने के लिये लोगों से मिलकर उन्हें जागरूक करना शुरू किया है।
बता दें कि बड़े शिव धाम गोपीगंज जो कि काशी से मात्र 40 किलोमीटर, प्रयागराज से 60 किलोमीटर और मां विन्ध्यवासिनी धाम से 25 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। काशी परम अविनाशी भोले शंकर की नगरी हैं यहां के कण-कण में शिव विराजमान है, वहीं विन्ध्याचल में मां विन्ध्वासिनी और प्रयागराज में तीर्थों के राजा प्रयागराज विद्यमान है। तीनों तीर्थस्थलों के मध्य विराजित बड़े शिव मंदिर पर्यटन की दृष्टि से अत्यन्त महत्वपूर्ण है।
काशियाना फाउण्डेशन के संस्थापक सुमित सिंह का कहना है कि इन तीन तीर्थस्थलोंं की धार्मिक यात्रा पर निकले श्रद्धालु गोपीगंज से होकर गुजरते हैंं। काशी के समीप भदोही सांस्कृतिक नगरी व एक पर्यटन की दृष्टि से महत्वपूर्ण नगरी है। यहाँ काशी और प्रयाग के मध्य गोपीगंज बसा हुआ है जो कि दोनों सांस्कृतिक शहरों को जोड़ता है। काशियाना फाउंडेशन का विचार है कि बड़े शिव मंदिर में करीब 251 फ़ीट का त्रिशूल प्रतीक के तौर पर लगवाया जाए, जो वह उस परम अविनाशी को समर्पित हो। काशियाना फाउंडेशन इसके लिए कैंपेन भी चला रहा है।
इस मुहिम में बड़े शिव परिवार के सदस्य भी भारी संख्या में जुटे है।
काशियाना फाउंडेशन के संस्थापक सुमित सिंह ने बताया कि हम लगातार प्रयास कर रहें है कि बड़े शिव धाम में 251 फ़ीट की त्रिशूल लगे जिससे भदोही एक पर्यटन की दृष्टि से भी जाना जाये। इसके लिए हम जनजागरूकता और संस्कृति मंत्रालय भी पत्र लिखकर मांग कर रहें हैं।
इस मुहिम में पंडित राजू जी, रिंकू जी, दीपक जी, संस्था के संस्थापक सुमीत सिंह बढ़ चढ़कर भाग ले रहें हैं।