Home मुंबई नव साहित्य कुंभ के तत्वावधान में कवि सम्मेलन संपन्न

नव साहित्य कुंभ के तत्वावधान में कवि सम्मेलन संपन्न

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मुंबई। साहित्यिक संस्था “नव साहित्य कुंभ” के तत्वावधान में दिनांक 13 सितंबर 2020 रविवार को भारत के विभिन्न प्रदेशों से सुप्रसिद्ध चुने हुए साहित्यकारों द्वारा फेसबुक लाइव कवि सम्मेलन का आयोजन संस्था के संस्थापक रामस्वरूप प्रीतम भिनगई (श्रावस्ती), अध्यक्ष अनिल कुमार राही (मुंबई), संयोजक संजय द्विवेदी(कल्याण- महाराष्ट्र), सचिव धीरेन्द्र वर्मा धीर (लखीमपुर खीरी), संरक्षक दिवाकर चंद्र त्रिपाठी (छत्तीसगढ़) एवं मीडिया प्रभारी विनय शर्मा “दीप” (ठाणे-महाराष्ट्र) के आयोजन, संयोजन व मार्गदर्शन में संपन्न हुआ।

गोष्ठी का संचालन संस्था अध्यक्ष, गज़लकार अनिल कुमार राही ने सरस्वती वंदना से से किया, जिसमें मुख्य रूप से जे• पी• मधुकर (कोटा-राजस्थान), राम प्रसाद मौर्या (पिंक सिटी- जयपुर), संजय श्रीवास्तव (बुरहानपुर-म•प्र•) और सुप्रसिद्ध कवयित्री प्रिती शर्मा “असीम” बर्फीले वादिंयो के शहर सोनल हिमांचल प्रदेश से उपस्थित थी। सभी ने अपने-अपने गीतों, गजलों से श्रोताओं को मंत्रमुग्ध कर दिया। अंत में संस्थापक त्रिपाठी जी ने उपस्थित सभी साहित्यकारों को सम्मान पत्र देकर अभिवादन किया और आभार व्यक्त करते हुए गोष्ठी का समापन किया।

कवियों की रचनाएँ क्रमशः इस तरह रही-
(1)
जो तिरंगा है कफन उसकी जियारत को नमन।
मर मिटे जो इस वतन पर उस शहादत को नमन।

जेपी मधुकर (कोटा राजस्थान)

2-
मैं हिंद की बेटी हिंदी हूं।
भारत के उज्ज्वल माथे की,
मैं ओजस्वी बिंदी हूं।
मैं हिंद की बेटी हिंदी हूं

प्रीती शर्मा असीम (सोलन हिमाचल प्रदेश)
3-
जब मौलवी पढ़ेगा गीता राधे कुरान पढ़ाएगा।
हिंदू-मुस्लिम धर्म को भूल साथ में खाना खाएगा।
जातिवाद छुआछूत की यह बेड़िया तुम काट दो-
मानवता का यह तिरंगा संपूर्ण विश्व लहराएगा।

सूर्या मौर्य(जय पुर राजस्थान)

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