कार्यक्रम हर्षोल्लास के साथ संपन्न
कल्याण: पूर्व परिसर का क्षेत्र सहयाद्रीपार्क, कैलाशनगर, रायगढ काॅलोनी आदि के क्षेत्रो में अबतक जो गायन-वादन के कार्यक्रम होते थे उसमें सर्वाधिक भीङ जुटती थी विरहा गायन के कार्यक्रम में। लेकिन इन सबको अब झूठला रहा है सुंदरकांड पाठ और अखंडरामायण पाठ आदि का कार्यक्रम, जिसमें लोगो की काफी दिलचस्पी बढी है। इन सबके बाद भी 14 जुलाई को कमलादेवी काँलेज के पहले मजले पर शाम 5 बजे से शुरू कराया कविसम्मेलन का कार्यक्रम जिसमें श्रोताजनो ने रात के 9 बजे के बाद तक भी अपनी उपस्थिति बनाए रखें वह इस क्षेत्र के लोगो का साहित्य के प्रति हो रहे रूझान का दास्तां बयां करता है।
बता दें कि इससे पहले भी साहित्यिक क्षेत्रो के बगीचे में काव्यगोष्ठी रूपी पौधो की बीजारोपण की शुरुवात राजीव गांधी हाईस्कूल के प्राचार्य डा.रमाकांत क्षितिज जी के द्वारा वर्षो पहले करायी गयी थी जो यदा कदा गणतंत्र दिवस और स्वतंत्रता दिवस के मौको पर लहराए तो जरूर परंतु उसे वृक्ष के रूप में परिवर्तित करने का मूर्त रूप काव्य सम्मेलन मंच के आयोजक बाहुबली सिंह ने दी। जिसमें मुख्य अतिथि के रूप में वार्ड क्रमांक 103 के नगरसेवक एवं कल्याण पूर्व के उद्योगपति मनोज राय, शैलेश तिवारी, भजन गायक तथा बेलवरिया सम्राट शिवपूजन मिश्रा, शिवसेना के कल्याण पूर्व प्रभारी विनीत पाँडे एवं जागरूक टाईम्स के पत्रकार एवं उतरभारतीय समाजसेवक महेश द्विवेदी, मानस मंडल के अध्यक्ष, कवि एवं गीतकार रणंजय सिंह आदि की उपस्थिती ने भी माहौल में चार चाँद लगा दिए।
कविवृदों में कवि निखिल पांडेय, कवि मुकेझ झा, कवि योगेश मिश्रा, कवि उमेश शर्मा, कवि बाहुबली सिंह के अलावा पुणे से आए हुए और तीन चार कविवृदों के अलावा कवयित्री कशिश एवं पूनम खत्री ने भी अपनी कविताओ की प्रस्तुति पर भरपूर तालियाँ बटोरी जिस बीच पुणे से आए हुए एक मिमिक्री कलाकार एवं गायक शिवपूजन मिश्रा ने भी अपनी कला की प्रतिभाओ पर भरपूर वाहवाही लूटे जिन सबका संचालन कवि श्याम अचल प्रियात्मीय ने किए। कुल मिलाकर वर्षा ऋतु के आगमन के बाद वरखा रानी के स्वागत में विठ्ठलवाङी एवं कल्याण पूर्व के वासियो को उनके अपने इस क्षेत्र में पहली बार कविता पाठ एवं गजल आदि का श्रवण लाभ का एक बेहतर शाम मिला।