अंकित मिश्रा की रिपोर्ट
कल शाम हुई आँधी के साथ बरसात के कारण मीरजापुर जिले में थोड़ा बहुत नुकसान हुआ। लेकिन आज जब फिर से आँधी के साथ बारिश शुरू हुई तो यहाँ के लोगों के चेहरे पर आँधी से होने वाले नुकसान के डर से ज्यादा पानी मिलने की खुशी साफ झलक रही थी। जी हाँ , गर्मी के महीनों में मिर्जापुर के पहाड़ी इलाकों में जल स्तर काफी नीचे चला जाता है। जिससे स्थानीय लोगों काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है।
विशेषतौर पर जिले के तीन विकास खण्डों लालगंज, हलिया एवं पटेहरा में गर्मी के महीने में अधिकतर हैंडपंप, कुएँ सूख जाते हैं। पीने के पानी के लिए प्रशासन द्वारा टैंकर से गाँवों में पानी भेजा जाता है। फिर भी जरूरत के मुताबिक आपूर्ति नहीं हो पाती है। हमारा पूर्वांचल के संवाददाता लालगंज विकास खण्ड के ऐसे ही एक गाँव चितांग गए, जहाँ पर गर्मियों में जल स्तर काफी नीचे चला जाता है।
इस गाँव के एक स्थानीय निवासी ने बताया कि कल बारिश होने से पहले ज्यादातर हैंडपंप से पानी नहीं निकल रहा था। लेकिन पहली ही बारिश में थोड़ा बहुत पानी आने लगा है। एक अन्य व्यक्ति ने बताया कि सभी को बारिश का बेसब्री से इंतज़ार रहता है।