क्या जनपद का जिला मुख्यालय भूमाफियाओं का अड्डा बन चुका है? क्या ज्ञानपुर के बाहुबली विधायक विजय मिश्रा के क्षेत्र में लोगों की जमीन हड़पी जा रही है? क्या ज्ञानपुर में युवकों को नशेड़ी बनाकर उन्हें गलत कार्यों की ओर प्रेरित किया जा रहा है? क्या इस खेल में जनपद के कुछ अधिकारियों की भी संलिप्पतता है? यदि एक पीड़ित द्वारा सूबे के सीएम सहित जनपद के अधिकारियों से लगाई गयी गुहार को देखें तो यहीं लगता है कि इन कथित अराजकतत्वों द्वारा खुलेआम लोगों की जमीन हड़पी जा रही है और प्रशासन मौन धारण किये बैठा है।
सीएम को पीड़ित द्वारा भेजा गया पत्र अक्षरश:
ज्ञानपुर निवासी डा. कुशुमेश त्रिपाठी ने सूबे के मुख्यमंत्री को भेजे गये पत्र में लिखा है कि जनपद मुख्यालय ज्ञानपुर भूमाफियाओं का अड्डा बना हुआ है। जब कोई बड़ी वारदात हो जाएगी, पूरे प्रदेश की मीडिया इस जिले पर फोकस करेगी, स्वमं मुख्यमंत्री श्री आदित्यनाथ योगी जी संज्ञान में लेंगे तब आपका महकमा जागेगा।
इस विषय को एक स्थानीय अखबार ने कई बार उठाया। जिले में विभिन्न जगहों पर कीमती जमीन एन-केन प्रकारेण हथियाकर महंगे दामों में बेचने के धधे में गुटबाजी, मुकदमेबाजी, दबंगई तथा तमाम आपराधिक षडयंत्र जारी हैं। इन सबके बीच संगीन अपराध जैसी घटनाओं से इनकार नहीं किया जा सकता। गिरोह के पीछे एक मुसलमान का हाथ है जो हिन्दू साथियों को आगे करके सरगना बना हुआ है। यह आदमी सैय्यद शाहिद रजा रिज़वी तमाम हिन्दू युवाओं को नशेड़ी बनाकर पीछे-पीछे टहलता है, कई की जिंदगी बरबाद हो गई दो-चार तो भगवान को प्यारे हो गए। यह पैसा पानी की तरह बहता है। दूसरा साथी सुभाष मालवीय पुलिस वालों को गाड़ी-घोड़ा मुहैया कराकर, ख़ुशामद करके, रुपये-पैसे देकर अपने गिरोह को सुरक्षित रखते हुए अपना दबदबा बनाए हुए है। जांच होने पर गिरोह के दर्जन भर लोग सामने होंगे।
मैं स्वमं पीड़ित हूँ। मेरे जमीन का मुकदमा चल रहा है, स्टे है न्यायालय से, किन्तु बावजूद इसके इस गिरोह ने विपक्षी से औने-पौने में खरीद कर मुझपर मुकदमा से दूर रहने की धमकी दे रहे हैं। हर जगह कोर्ट में कर्मचारियों, प्रशासन में बाबू-लिपिक, पुलिस आदि में इनकी गहरी पैठ है। यस0पी0, सी0जे0यम0 के यहाँ कंप्लेंट किया नतीजा सिफर रहा। सारे सबूत है मेरे पास। हाँ एक और इनका शातिर साथी जितेंद्र पति त्रिपाठी है जो नशे की खातिर कुछ भी करने को तैयार रहता है, किसी भी हद तक गिर जाना आम बात है।
ये सभी कभी भी मारपीट कर सकते है, प्राणघातक कदम भी इनके लिए सहज ही होगी। इनसे जानमाल की सुरक्षा की गुहार लगा रहा हूँ।
डॉ0 कुसुमेश पति त्रिपाठी
बता दें कि डा. कुशुमेश त्रिपाठी ने उपरोक्त पत्र सीएम को भेजने के साथ स्थानीय प्रशासन को भी कई बार दिया है। सोचने वाली बात है कि प्रदेश के सीएम सुशासन की बात करते हैं, लेकिन उन्हीं के प्रदेश में इस तरह के कारनामें हो रहे हैं। वहीं यह विधानसभा क्षेत्र जिले के बाहुबली विधायक विजय मिश्रा का है, जिनके विधानसभा में बिना उनकी इजाजत के पत्ता भी नहीं हिलता था। जब प्रदेश में सपा की सरकार थी तब उन्हें भदोही का सीएम कहा जाता था, लेकिन भाजपा सरकार आने के बाद लगता है कि लोगों की बीच उनका खौफ कम हुआ है और अराजकतत्वों को भाजपा सरकार के अधिकारियों का कोई खौफ नहीं रहा। यदि ऐसा नहीं है तो मामले की जांच करके जो भी दोषी हो उसके खिलाफ कार्रवाई क्यों नहीं हो रही है।