“दम घुट रहा है ख्वाहिशों की भीड़ में,
ऐ जिंदगी, चल विराने में, हमेशा के लिए…”
भदोही। गोपीगंज क्षेत्र के सारीपुर गांव में शुक्रवार को नहर की पानी से बाढ की समस्या से जूझ रहे, वनवासी की बस्ती में पूर्वांचल के प्रख्यात भोजपुरी गायक राजेश परदेशी ने बाढ़ जैसी विकराल भयावहता से जूझ रहे सारीपुर गाँव के मुसहर(वनवाशी) के लोगो को राहत सामग्री लंच पैकेट और बिस्किट देकर उनके परिस्थितियों को जाना। भूख से तिलमिलाने वाले इन छोटे बच्चों के लिए ललक शिक्षा की संस्था द्वारा लगातार खाद्य सामग्री देने की कोशिश हो रही है। ताकि इस भयानक परिस्थिति से सामना कर सके। प्रशान्त मौर्या ने बताया कि गायक राजेश परदेशी के साथ जरूरतमनंदो को राहत सामग्री देने में काफी खुशी हुई कि अब मैं अकेला नही हूँ कोई है जो मेरे साथ है।
जिस परिस्थियों में वनवासी रह रहे है वहाँ पर बिच्छु, जोंक, साँप और विषैले जंतु देखे जाते है। वनवासियों के कहने पर राजेश परदेशी ने गाना गाया। गाना सुनकर वनवासियों बहुत खुशी हुई कि जिन गानों को ये मोबाइल में सुनते है। और इस समय दुर्गा पंडालों में सुनते है वो आज खुद इनके लिए कुछ समय के लिए इनके पेट की भूख को मिटाने आये है। कहा कि यह मेरी छोटी सी कोशिश है इनके इस मुसीबतों में काम आ सकूँ। इस समय इन्हें हमारी सख्त जरूरत है। ये अंदर से टूट गए है, कागजों पर गरीबी देख ली अब असल मे गरीबी क्या होती है? इसके लिए पास की किसी गरीब बस्ती में चले जाना आपकी कागज वाली गरीबी से कही ज्यादा ये असल की गरीबी लगेगी।
सरकार भले ही योजना लाए लेकिन जबतक अधिकारी जमीन पर हकीकत नही देखेंगे तब तक सरकार की योजना का लाभ नही मिल पायेगा। इस मौके पर प्रशान्त कुमार, कुलदीप सिंह, आनंद बिंद, धर्मेंद्र यादव समेत काफी लोग मौजूद थे।