वाराणसी। आरटीओ ऑफिस में कार्यरत वरिष्ठ लिपिक गणेश दत्त मिश्रा के रिश्वत रेट बताने वाला वीडियो पर बवाल मचा ही था और इसकी जांच चल ही रही थी कि, मनबढ़ लिपिक ने पेशे से अधिवक्ता और परिवहन मामलों के जानकार कमलेश सिंह पर इस स्टिंग वीडियो का ठीकरा फोड़ते हुए एक न्यूज चैनल से यहां तक कह दिया कि कमलेश सिंह और राधेश्याम सिंह वकील के नाम पर दलाली करते हैं। यह पता चलते ही अधिवक्ता समाज में आक्रोश व्याप्त हो गया।
अधिवक्ता कमलेश सिंह का कहना है कि इस मामले में मानहानि के साथ परिवहन मंत्री के साथ जिले के आलाधिकारियों को इस मामले से अवगत कराते हुए लिपिक गणेशदत्त मिश्रा के निलंबन की मांग करेंगे। वहीं सूत्र बताते हैं कि दूसरी तरफ परिवहन विभाग के अधिकारी रिश्वत रेट बताने वाले वायरल वीडियो पर अपने चहेते कर्मी को बचाने के लिए ताना-बाना बुन ही रहे थे कि, यह नया बखेड़ा उनके पेशानी पर बल डाल दिया है। कारण की वकील इतनी आसानी से लिपिक गणेशदत्त को माफ करने के मूड में नहीं दिख रहे हैं।
एक दशक से पोस्ट है एक ही जिले में–प्राप्त जानकारी के अनुसार लिपिक गणेशदत्त मिश्रा वाराणसी आरटीओ में एक दशक से ज्यादा समय से पोस्ट है जबकि इस दरम्यान सरकार बदलते ही कई आरटीओ कर्मियों का तबादला हुआ मगर यह सेटिंग गेटिंग से यही पड़ा रह गया।
लक्जरी गाड़ी से आता है कार्यालय
गणेश दत्त मिश्रा विभाग में वरिष्ठ लिपिक के पद पर है मगर पहड़िया इस्थित घर से कार्यालय बारह लाख के इस्कार्पिओ गाड़ी से आता है पहड़िया से आरटीओ ऑफिस की दूरी लगभग बीस किलोमीटर से ज्यादा है इस्कार्पिओ का माइलेज अमूमन दस किलोमीटर प्रति लीटर है इस एवरेज से देखा जाए तो महीने का नौ से दस हजार रुपये डीजल पर खर्च होता गाड़ी का मेंटेनेंस अलग। आखिर इतना पैसा एक सामान्य वेतन भोगी कैसे वहन करता है।
गणेश दत्त मिश्रा लम्बे समय से विवादों में रहा यह जिस पटल पर कार्यरत रहा वहां जमकर वसूली करता रहा है,मलाईदार कहे जाने वाले प्रवर्तन पटल विभागीय अधिकारी इसे इसलिए देते हैं ताकि इसका उन्हें भी मिलता रहे। मेरे संज्ञान में आया है कि उपपरिवहन आयुक्त डीके त्रिपाठी सब जानते हुए भी इसे संरक्षण देते हैं इसलिए मंत्री और शासन को इन सब बातों से अवगत कराएंगे अगर पन्द्रह दिन के अंदर गणेश मिश्रा का निलंबन और डीके त्रिपाठी का तबादला नही हुआ तो हम धरना देने के साथ इनका पुतला दहन करेंगे।
रत्नाकर गौतम एडवोकेट
पूर्व प्रबन्ध समिति सदस्य सेंट्रल बार एसोसिएशन वाराणसी
आदर्श इंडिया फाउंडेशन ट्रस्ट संस्थापक
आरटीओ रामफेर द्विवेदी पूर्व में भी कई बार गणेश दत्त मिश्रा से स्पष्टीकरण मांगते रहे हैं,मगर आजतक इस लिपिक के खिलाफ कोई कार्यवाही नही हुई,अब इतनी जल्दी कैसे इसके खिलाफ एक्शन ले लेंगे,मामला सब बंदरबांट का है इसलिए इसके खिलाफ कार्यवाही नही होती।
इनसब मामलों को मुख्यमंत्री के संज्ञान में लाऊंगा। और परिवहन मंत्री अगर बनारस आते हैं तो उनसे व्यक्तिगत मिलकर यहां हो रहे भ्र्ष्टाचार से अवगत कराऊंगा।
प्रमोद सिंह -उपाध्यक्ष पूर्वांचल ट्रक ऑनर्स एसोसिएशन वाराणसी