मुम्बई शहर का नजारा कुछ ऐसा है कि सड़कों पर लग्ज़री वाहनों का रेला और बाजारों में भीड़ के साथ ही रात में झिलमिलाते भवनों को देखकर ना चाहते हुए भी आँखें आसमां की ओर टिक ही जाती हैं। जूहू-चौपाटी सहित गेटवे ऑफ़ इंडिया के साथ ताज होटल की खूबसूरती की छटा समुद्र के किनारों को रमणीक बनाती है। पूरे शहर में सितारों की धूम तो व्यवसायियों की भाग दौड़ के बीच मंदिरों के घंटों, मस्जिदों के अजान के साथ ही गिरजा घरों की प्रार्थना व गुरुद्वारे की सेवाएं सौहार्द्र का संदेश देती हैं। इन सबके साथ ही भारतीय संस्कृति की यादों को समेटें कई आयोजनों की धूम रहती है। आर्थिक नगरी मुंबई में जहाँ मनमोहक स्थलों की कमी नही है, वहीं रोजगार की अपार संभावनाएं भी हैं।
यह कहना है अवध प्रांत से आए अमर उजाला के वरिष्ठ पत्रकार श्री संजय तिवारी का जो मुम्बई के छ: दिवसीय भ्रमण के दौरान ऐसे कई रोचक मोड़ से गुजरे हैं। उनका कहना है इस दौरान मन प्रफुल्लित हो गया। उनका मानना है विशेष रूप से उत्तर प्रदेश के लोगों से हर मोड़ पर मुलाकात ने एक अलग ही आकर्षण बनाए रखा। इस दौरान ख़ास तौर पर ज्योतिष जगत से ताल्लुक रखनेवाले तथा धर्म के क्षेत्र में ऐतिहासिक कार्य करने वाले अवध प्रांत के ज्योतिषाचार्य पंडित अतुल शास्त्री का ना सिर्फ ज्योतिष विज्ञान पर लेख मुम्बई के विभिन्न अखबारों में पढऩे का अवसर मिला, बल्कि उनसे मिलने का सौभाग्य भी प्राप्त हुआ।
इस दौरान ज्योतिषाचार्य पंडित अतुल शास्त्री जी ने मुम्बई में धर्म की रक्षा के संकल्प वालों की फेहरिस्त बताई और यह भी बताया कि यहां वैदिक ज्ञान का अलग ही सम्मान है। आज उन्हे जो सम्मान मिल रहा है वह मुम्बई की महानता है। इस चमकीले शहर में धर्म की रक्षा के लिए भी कई सम्भावनाएँ हैं। इस दौरान ज्योतिष जगत तथा धर्म के साथ अन्य कई मुद्दों पर भी चर्चा हुई। संजय तिवारी कहते हैं, पूर्वांचल का गौरव है अतुल शास्त्री। हालांकि अपने छ: दिवसीय मुंबई भ्रमण के दौरान जिस मुंबई को मैंने देखा उससे मैंने भी माना कि देश के सबसे बड़े शहर होने के साथ ही मुम्बई का दिल भी बहुत बड़ा है। यहां हर प्रदेश के साथ ही देश के अन्य राज्यों के लोगों को भी रोजगार के कई अवसर मिल रहे हैं। और इस यात्रा के दौरान हास्य जगत के बड़े कलाकार कपिल शर्मा, भारती, कृष्णा, अभिषेक कक्कू लेखक कमल कुमार शुक्ल, पंडित नित्यानन्द मिश्रा आदि लोगों से मुलाकात हुई।
हालांकि मैं पत्रकारिता जगत से था तो मैंने अतुल शास्त्री से मुलाकात होने के बाद हमने चर्चा की पत्रकारिता जगत में क्या कुछ मुंबई में पूर्वांचल के लोगों का योगदान है अतुल शास्त्री ने बताया कि आज विभिन्न अखबारों में पूर्वांचल का गौरव बढ़ा रहे हैं पूर्वांचली लोग और साहित्य जगत में पूर्वांचल के लोगों का बहुत बड़ा योगदान है। अपितु यही नहीं पूर्वांचल के लोगों ने महाराष्ट्र में साहित्यिक सम्मान का गौरव भी हासिल किया है। पंडित अतुल शास्त्री कहते हैं कि पूर्वांचल के लोगों का प्रतिभा का सम्मान हर क्षेत्र और हर जगह पर हो रहा है।