रविार को अचानक न्यूज चैनलों पर ब्रेकिंग न्यूज चलने लगी कि आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद के सरगना मसूद अजहर की मौत हो गई है। कोई कह रहा था कि वह लिवर कैंसर से जूझ रहा था और इस्लामाबाद के आर्मी अस्पताल में उसकी 2 मार्च को मौत हो गई। वहीं कोई यह भी बता रहा था कि एअर सर्जिकल स्ट्राइक में ही उसकी मौत हो गयी थी किन्तु पाकिस्तान इसे छुपा रहा है। वहीं यह भी चर्चा है कि पाकिस्तानी सेना की अनुमति के बाद ही मसूद की मौत की आधिकारिक घोषणा की जाएगी।
हालांकि, जैश-ए-मोहम्मद या पाकिस्तान ने मसूद अजहर की मौत की पुष्टि नहीं की है और न ही उसके संबंध में कोई जानकारी दी है। वहीं इस स्ट्राइक के बाद जो हालात पैदा हो गये हैं उससे पाकिस्तान के साथ विपक्ष भी खौफजदा नजर आ रहा है। उसे यह नहीं सूझ रहा है कि मोदी द्वारा फेंके गये इस तुरूप के इक्के का जवाब वह चुनाव में कैसे देगा? अब मसूद मरा है या नहीं यह तो वक्त बतायेगा किन्तु इस एअर स्ट्राइक से विपक्ष विधवा राग अलापने में लगा है।
गौरतलब हो कि हाल ही में सीएनएन को दिए एक इंटरव्यू में पाकिस्तान के विदेश मंत्री महमूद कुरैशी ने कहा था, ‘जितना मेरी जानकारी है वह काफी बीमार है। वह इतना बीमार है कि वह घर से बाहर नहीं जा सकता।’ विदेश मंत्री ने दावा किया था कि जैश-ए-मौहम्मद ने पुलवामा आतंकी हमले की जिम्मेदारी नहीं ली है। वहीं रिटायर्ड कर्नल आशीष खन्ना ने कहा कि हो सकता है कि मौलाना मसूद एयर स्ट्राइक में ही घायल हुआ और उसी कैम्प में रहा हो जिस पर स्ट्राइक हुई। और अब इलाज के दौरान मरा हो, लेकिन पाकिस्तान इस बात को भी छुपाना चाहता होगा।
गत दिनों पुलवामा में सीआरपीएफ के काफिले पर हुए हमले के पीछे भी मसूद अजहर का ही हाथ है। पुलवामा हमले में 40 जवान शहीद हो गए थे। जैश-ए-मोहम्मद ने एक वीडियो जारी कर इस हमले की जिम्मेदारी ली थी। लेकिन पाकिस्तान लगातार पुलवामा घटना में जैश के शामिल होने से इनकार करता रहा। जबकि भारत ने पुलवामा हमले के आरोपी जैश कमांडर मसूद के खिलाफ सभी सबूतों के साथ पाकिस्तान को डॉजियर सौंपा है। इसके अलावा संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (यूएन सिक्योरिटी काउंसिल) में अमेरिका, ब्रिटेन और फ्रांस ने मसूद को ग्लोबल टेररिस्ट घोषित करने का प्रस्ताव भी दिया है, जिस पर अगले 10 दिन में फैसला आना है। मसूद अजहर ओसामा बिन लादेन का करीबी था। 31 दिसंबर, 1999 को कंधार प्लेन हाईजैक मामले में भारत ने मसूद अजहर को छोड़ दिया था। भारत संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद् से उसे ‘वैश्विक आतंकवादी’ घोषित करने की मांग करता रहा है।
वहीं गत शनिवार को मसूद अजहर के भाई अम्मार का एक ऑडियो सामने आया था जिसमें उसने माना है कि उसके ठिकाने पर भारतीय वायुसेना ने हमला किया था। ऑडियो में वह कह रहा है कि वायुसेना ने उस जगह पर बम गिराए जहां जैश आतंकियों को ट्रेनिंग देता था। यह ऑडियो पाकिस्तान से निष्कासित पत्रकार ताहा सिद्दीकी ने ट्वीट किया था, हालांकि हमार पूर्वांचल इस ऑडियो की सत्यता की पुष्टि नहीं करता है। उसने माना कि भारत ने किसी एजेंसी की बिल्डिंग पर हमला नहीं किया या किसी एजेंसी के मुख्यालय पर हमला नहीं किया बल्कि भारत ने उस जगह को निशाना बनाया जहां एजेंसी के लोग आ कर मीटिंग करते थे। ऑडियो के मुताबिक, इस कैम्प में युवाओं को जिहाद की ट्रेनिंग मिलती थी।
चुनाव के ठीक पहले पुलवामा में हुई घटना के बाद विपक्ष में पीएम मोदी को निशाने पर लिया था। बयान दिये जा रहे थे कि मोदी का 56 इंच का सीना कहां गया? विपक्ष पुलवामा हमले को लेकर पीएम मोदी को घेर रहा था, लेकिन पाकिस्तान के बालाकोट में हुई एअर सर्जिकल स्ट्राइक ने विपक्ष की नींद में खलल डाल दिया। उन्हें शायद उम्मीद नहीं रही होगी कि मोदी सरकार इतना बड़ा कदम उठा सकती है। सर्जिकल स्ट्राइक के बाद विपक्ष ने मन मसोसकर वायुसेना को कामयाबी के लिये बधाई देना शुरू किया, लेकिन इस बात से चिंतित भी रही कि कहीं मोदी इस सर्जिकल स्ट्राइक का लाभ न उठा लें। इस स्ट्राइक में कितने लोग मारे गये ओर कितना नुकसान हुआ यह मीडिया पर प्रसारित होने लगा लेकिन पीएम मोदी ने अपने भाषणों में इसका कहीं भी उल्लेख नहीं किया जो विपक्ष के लिये चिंता का विषय था। विपक्ष शायद सोचता रहा कि मोदी इस पर बोलें तो उन्हें घेरा जाय, लेकिन मोदी ने गंभीरता बनाये रखी ओर विपक्ष उतावला होकर सबूत मांगना शुरू कर दिया।
इसके बावजूद सरकार कोई सफाई देने नहीं आयी बल्कि वायुसेना चीफ बीएस धनोआ ने विपक्षी दलों ने बालाकोट एयर स्ट्राइक हमले का सबूत मांगने के बीच साफ किया कि भारतीय लड़ाकू विमानों ने अपना टारगेट हिट किया है। उन्होंने कहा कि टारगेट हिट करने के बाद उनका काम नंबर गिनना नहीं है।हालात यह बन गये कि विपक्ष द्वारा सबूत मांगने पर जवाब सरकार नहीं बल्कि सेना दे रही है। जिससे भाजपा को यह बोलने का पूरा मौका मिल गया है कि विपक्ष देश की एकता को तोड़ने के लिये पाकिस्तानियों के सुर में सुर मिला रही है।
रविवार को भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने यह बोलकर कि एअर स्ट्राइक में 250 से अधिक आंतकी मरे हैं, विपक्ष के होश उड़ा दिये हैं। एक जिम्मेदार पद पर आसीन शाह का यूं ही बयान देना और वह भी चुनाव के समय काफी मायने रखता है। एअर स्ट्राइक के बाद विपक्ष का विधवा विलाप करना यह साबित करता है कि मोदी की काट तलाश करने में जुटा विपक्ष कोई मजबूत मुद्दा ढूंढने में नाकाम हो रहा है।